मनीष रामदेव/जैसलेमर: राजस्थान के जैसलमेर में कोरोना (Corona) संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए जिला प्रशासन एवं जैसलमेर पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से 'नो मास्क-नो एंट्री' (No Mask No Entry) अभियान शुरू किया गया है. जिला कलक्टर आशीष मोदी एवं जिला पुलिस अधीक्षक अजय सिंह नें सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित हनुमान चौराहे पर अभियान का आगाज किया एवं इसके पोस्टर एवं पैंपलेट का विमोचन किया.
जिला कलेक्टर मोदी ने इस मौके पर कहा कि प्रदेश एवं जिले में कोरोना (Corona) संक्रमण बढ़ रहा है और इसके रोकथाम के लिए राज्य सरकार ने नो मास्क-नो एंट्री संकल्प लिया है. उसी को साकार करने के लिए जिला प्रशासन एवं जैसलमेर पुलिस नें संयुक्त रूप से इस अभियान की शुरुआत की है.
उन्होंने कहा कि इस अभियान को जन-जन का अभियान बनाकर जिले में कोरोना (Corona) संक्रमण को रोकना है. इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को यह संकल्प लेना होगा कि उसे घर से बाहर निकलने पर मास्क अवश्य ही पहनना है. जिला कलक्टर ने इस मौंके पर आमजन से अपील की है कि वह अवश्य ही मास्क पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) रखें एवं हैंड सैनिटाइजर का समय-समय पर प्रयोग करे.
जिला कलेक्टर ने कहा कि मास्क नहीं लगानें से कोरोना बीमारी का ग्राफ 20 प्रतिशत तक बढ़ जाता है इसलिए मास्क पहनना अनिवार्य है. तभी हम कोरोना महामारी से बच पाने में सफल हो पाएंगे. जिला पुलिस अधीक्षक अजय सिंह नें कहा कि कोरोना रोकथाम के लिए राज्य सरकार अनेकों प्रयास कर रहीं है. इस अभियान की शुरुआत का मुख्य उद्देश्य यही है कि कोरोना का संक्रमण को रोका जा सके.
उन्होंने कहा कि इस अभियान को जागरूकता के रूप में चलाया जाएगा और यदि इसके बाद भी लोग घर से बाहर निकलते समय मास्क नहीं पहनेंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी. पुलिस अधीक्षक ने सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों से भी अनुरोध किया कि वे स्वयं मास्क पहनें एवं उनके यहां आनें वाला हर व्यक्ति मास्क पहने इसका पालन सुनिश्चित कराएं.
वहीं, महिला पुलिस कांस्टेबल सुनीता ने 'साथियों मास्क लगानों नहीं भूलनों, हाथ धोनों नहीं भूलनों, सोशल डिस्टेंसिंग री राखों पूरो ध्यान साथियों' मारवाड़ी गीत प्रस्तुत किया. इस अवसर पर लोगों को मास्क भी वितरित किए गए.