Jaisalmer: पाकिस्तान सिंध हिंदू बाहुल्य क्षेत्रों के हिन्दू इन दिनों भारत सरकार के कड़े Visa नियमों से परेशान हैं. Pakistan के हिन्दुओं की अस्थियों पर भारत सरकार के कड़े वीजा नियमों के कारण पहरा लगा है. हिन्दू मृतकों की अस्थियों को गंगा का पानी नसीब नहीं हो रहा. पाकिस्तान के हिन्दुओं ने पीएम Narendra Modi से वीजा नियमों में सरलता की गुहार की है ताकि उनके मृतक परिजनों की अस्थियों को गंगा नसीब हो सके.
पाकिस्तान के कराची स्थित मेवा शाह शमशान घाट के स्टोर रूम में इन दिनों हिन्दू मृतकों की अब अस्थियां रखने की जगह नहीं हैं. पूरा स्टोर अस्थियों से भरे लोटों और मटकों भरा हैं. मृतकों के परिजन हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार अस्थियां भारत हरिद्वार आकर गंगा में बहाते थे. मगर पुलवामा अटैक (Pulwama Attack) के बाद भारत सरकार द्वारा वीजा नियमों में कड़ाई करने के बाद मृतकों के परिजनों को अस्थियां भारत लाने के लिए वीजा नहीं मिल रहा.
अब शमशान घाट स्टोर भी मृतकों की अस्थियों से भर चुका हैं. सिंध प्रान्त सहित पाकिस्तान में रह रहे हिन्दू परिवारों ने पीएम मोदी से गुहार की है कि अस्थियां गंगा में बहाने के लिए आने वाले परिवारों को वीजा नियमों में ढील दी जाए. पीएम मोदी नियमों में छूट दें ताकि हिन्दू परिवार भारत आकर अपने मृत की अस्थियां गंगा में बहा सके.
वहीं, जैसलमेर में निवास कर रहे पाक विस्थापितों का कहना है कि वो लोग कुछ साल पहले पाकिस्तान से भारत आ गए थे. लेकिन हमारा परिवार अभी भी पाकिस्तान में है. पिछले डेढ़ साल से हमारे परिजनों की मृत्यु के बाद कड़े वीजा नियमो के चलते उनकी अस्थियां भारत नही ला पा रहे हैं. चूंकि हम हिन्दू है और अस्थियां गंगा में बहाने का हमारा रिवाज है इसलिए हम भारत सरकार व प्रधानमंत्री मोदी से मांग करते है कि वीजा नियमों में ढील दी जाए जिससे हमारे परिजनों की अस्थियां गंगा में प्रवाह की जा सके.
(इनपुट-शंकर दान)