Rajasthan News: राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत में परिवार के सदस्यों को प्यार और सम्मान से पुकारने की परंपरा गहरी जड़ें रखती है. ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में यह प्रथा परिवारों के बीच आत्मीयता और रिश्तों की गरमाहट को दर्शाती है. मारवाड़, मेवाड़, ढूंढाड़ और शेखावाटी जैसे क्षेत्रों में स्थानीय बोलियों का प्रभाव रिश्तों के संबोधन पर स्पष्ट रूप से देखा जाता है. इन बोलियों ने न केवल भाषा को समृद्ध किया है, बल्कि परिवार के सदस्यों को पुकारने के तौर-तरीकों में भी अनूठापन जोड़ा है.
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