जयपुर: एसीबी की टीम ने शुक्रवार को झुंझुनूं में बड़ी कार्रवाई करते हुए नगर परिषद आयुक्त विनयपाल सिंह तथा भाजपा पार्षद मनोज कुमावत को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक फरवरी माह में शहर के आरिफ उर्फ मथरा नाम के व्यक्ति ने एसीबी में शिकायत की थी कि उसकी एक जमीन पर वह प्लाटिंग सहित अन्य काम कर रहा है. जिसे नगर परिषद ने रूकवा दिया है.
इस काम को शुरू करवाने के लिए पार्षद मनोज कुमावत ने उससे संपर्क किया और आयुक्त विनयपाल सिंह से काम करवाने के लिए चार लाख रुपए की रिश्वत मांगी. फरवरी में ही शिकायत का सत्यापन करवाया तो पार्षद ने 50 हजार रुपए ले लिए और इसी दौरान उसने परिवादी की आयुक्त के साथ बैठक भी करवाई. शिकायत का सत्यापन होने के बाद लगातार एसीबी कार्रवाई करने की फिराक में थी.
एसीबी के एएसपी देशराज यादव ने बताया कि होली के दिन परिवादी एक लाख रुपए लेकर पार्षद के पास गया था लेकिन पार्षद ने शेष रहे साढ़े तीन लाख रुपए पूरे लाने को कहा और पैसे नहीं लिए. जिसके कारण ट्रेप की कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद भी दो बार कार्रवाई की कोशिश की गई. पूरे पैसे की बात पर भी कार्रवाई नहीं हो सकी. अब पार्षद ने चुनाव संपन्न होते हुए परिवादी को पैसे लाने को कहा तो गुरुवार सुबह परिवादी ने पार्षद को अपने घर बुला लिया.
पार्षद द्वारा पैसे लेते ही एसीबी की टीम ने उसे दबोच लिया. इधर, एक टीम पहले से ही नगर परिषद में मौजूद थी. जिन्होंने आयुक्त विनयपाल सिंह को पूछताछ के लिए पकड़ लिया. दोनों से अलग-अलग पूछताछ करने के बाद नगर परिषद में आयुक्त के केबिन में ही दोनों को आमने-सामने करवाकर भी एसीबी ने पूछताछ की. इसके बाद दोनों को जयपुर ले जाया गया. जहां पर आज उन्हें एसीबी न्यायालय में पेश किया जाएगा.