अतिक्रमण हटाने के दौरान कर्मियों के बीच हुई मारपीट, जानिए पूरा मामला
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अतिक्रमण हटाने के दौरान कर्मियों के बीच हुई मारपीट, जानिए पूरा मामला

बदलेगा माधोपुर अभियान के तहत सवाई माधोपुर नगर परिषद द्वारा बजरिया में टोंक बस स्टैंड पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई. 

अतिक्रमण हटाने के दौरान कर्मियों के बीच हुई मारपीट

Sawai Madhopur: राजस्थान के सवाई माधोपुर जिला मुख्यालय के बजरिया में टोंक बस स्टैंड पर अतिक्रमण हटाने के दौरान दुकानदारों और नगर परिषद कार्मिकों के बीच आपस मे मारपीट हो गई जिसके चलते मौके पर मौजूद मानटाउन थाना पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है. नगर परिषद द्वारा की गई एक तरफा कार्यवाही को लेकर दुकानदारों में रोष व्याप्त है.

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बदलेगा माधोपुर अभियान के तहत सवाई माधोपुर नगर परिषद द्वारा बजरिया में टोंक बस स्टैंड पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई. इसी दौरान नगर परिषद टीम द्वारा एक तरफा कार्यवाही करते हुए मौके पर लगी कुछ केबिनों को निशाना बनाया गया और जेसीबी के कई केबिनों को तोड़ दिया गया और कई केबिनों को जब्त कर लिया गया जिसके फलस्वरूप केबिन संचालक और दुकानदार आक्रोशित हो गए और देखते ही देखते दुकानदारों और नगर परिषद कार्मिकों के बीच पुलिस की मौजूदगी में ही मारपीट हो गई.

दुकानदारों का आरोप था कि नगर परिषद द्वारा अतिक्रमण हटाने के नाम पर एक तरफा कार्यवाही की गई है जबकि मौके पर और भी कई केबिन लगी हुई है. जिन्हें नगर परिषद द्वारा छुवा तक नहीं गया. पीड़ितों द्वारा नगर परिषद की कार्यवाही का पुरजोर विरोध किया गया लेकिन नगर परिषद ने किसी की एक नहीं सुनी और केबिनों को ध्वस्त कर दिया.

नगर परिषद द्वारा अतिक्रमण हटाने के दौरान नगर परिषद की कार्यवाही से आक्रोशित लोगो व नगर परिषद कार्मिकों के बीच आपस में मारपीट भी हो गई. केबिन संचालकों ने नगर परिषद कार्मिकों पर एक तरफा कार्यवाही करने का आरोप लगाते हुए जमकर भला बुरा कहा और मारपीट कर दी. 

हालांकि मौके पर पुलिस बल तैनात थे लेकिन मामला इतना बिगड़ गया कि पुलिस की मौजूदगी में ही मारपीट हो गई. जिस पर मानटाउन थाना पुलिस द्वारा आधा दर्ज लोगों को हिरासत में लिया है. फिलहाल नगर परिषद द्वारा टोंक बस स्टेंट पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही करते हुए कई केबिनों को पुरी तरह तोड़ दिया गया और कई केबिनों को जब्त कर लिया गया. नगर परिषद की कार्यवाही के बाद पीड़ितों का रो-रो कर बुरा हाल है. दुकानदारों के परिजन और उनके बच्चे अपना बिखरा हुआ सामान और टूटी-फूटी चीजों को एकत्रित करते हुए देखा जा सकता है.

गौरतलब है कि नगर परिषद द्वारा बदलेगा माधोपुर अभियान के तहत शहर से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही तो की जा रही है लेकिन नगर परिषद टीम को अतिक्रमण हटाने के नाम पर महज टोंक बस स्टेंट पर लगी कुछ केबिन ही दिखाई देती है जबकि टोंक बस स्टेंट पर और भी कई केबिने लगी हुई है.

नगर परिषद द्वारा टोका नहीं जाने वालों पर टोंक बस स्टैंड के अलावा शर्मा होटल के सामने कुछ लोगों का वर्षों से अतिक्रमण है पर नगर परिषद को वो भी दिखाई नहीं देता. मुख्य बाजार सहित दर्जनों जगहों पर अतिक्रमण है पर नगर परिषद को जब अतिक्रमण पर कार्यवाही करनी होती है तो नगर परिषद की टीम महज टोंक बस स्टैंड ही पहुंचती है.

अन्य जगहों पर नगर परिषद की टीम कभी नहीं जाती ऐसे में नगर परिषद की अतिक्रमण हटाओ कार्यवाही एक तरफा और गरीबों को रौंदने वाली कार्यवाही ही नजर आती है. ऐसे में नगर परिषद की अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही पर सवाल उठना भी लाजमी है.

Reporter: Arvind Singh

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