रणथंभौर में टाइगर की मौत, वन्यजीव प्रेमियों में शोक की लहर
Advertisement

रणथंभौर में टाइगर की मौत, वन्यजीव प्रेमियों में शोक की लहर

वन और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में रणथंभौर के पशु चिकित्सकों द्वारा बाघिन के शव का पोस्टमार्टम किया गया जिसके बाद बाघिन के शव का अंतिम संस्कार किया गया. 

रणथंभौर में टाइगर की मौत

Sawai Madhopur: राजस्थान के सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर में आज बाघिन टी 61 की मौत हो गई. रणथंभौर के जोन नंबर 7 के जामोदा वन क्षेत्र में बाघिन का शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया. बाघिन की मौत की सूचना पर वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और बाघिन के शव को कब्जे में कर राजबाग नाका वन चौकी पहुंचाया गया.

यह भी पढ़ें- बालाजी कटले में बड़े पैमाने पर हो रहा था ये गलत काम, पुलिस ने मौके से किया 10 लोगों को गिरफ्तार

जहां वन और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में रणथंभौर के पशु चिकित्सकों द्वारा बाघिन के शव का पोस्टमार्टम किया गया जिसके बाद बाघिन के शव का अंतिम संस्कार किया गया. वनाधिकारियों के अनुसार बाघिन टी 61 की मौत प्रथम दृष्टया किसी ऊंची चट्टान से गिरने की वजह से हुई है. हालांकि बाघिन की मौत के सही कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल पाएगा. 

जानकारी के अनुसार बाघिन टी-61 को जन्म के बाद पहली बार 2011 में देखा गया था और ये बाघिन टी-8 (लाडली) और बाघ टी-34 (कुम्भा) की बेटी है। इसकी टेरेटरी जोन 7 और 8 में ही रही है. बाघिन लगभग 12 साल की है. हाल ही में बाघ T-58 के साथ में रहती थी जिसकी आज मौत हो गई. बाघिन की मौत रणथंभौर के लिए अपूरणीय छति है.

Reporter: Arvind Singh

Trending news