Sirohi News: हनुमान मंदिर हटाने के विरोध में हुए विवाद में 19 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज, विभिन्न हिंदू संगठनों ने दी चेतावनी
Sirohi News: हनुमान मंदिर हटाने के विरोध में हुए विवाद के बाद 19 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जिसे इलाके में सनसनी फैल गई है..
Sirohi News: सिरोही जिले आबूरोड के सांतपुर में तालाब के पास हनुमान मंदिर हटाने के विरोध में हुए विवाद के बाद 19 लोगों के खिलाफ नामजद और डेढ़ सौ अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. आबूरोड के सांतपुर में तालाब के पास हनुमान मंदिर हटाने के विरोध में आज भाजपा समेत विभिन्न हिंदू संगठनों आबूरोड़ बंद का आह्वान किया.
साथ ही सुबह से ही आबूरोड़ में बंद का माहौल नजर आ रहा है. वहीं भाजपा के पदाधिकारी और विभिन्न हिंदू संगठनों के लोग शहर में दुकानदारों से बंद की अपील करते हुए नजर आ रहे हैं. सुबह ही टोली बनाकर सभी लोग आबूरोड शहर को बंद करवाने के लिए निकले आपको बता दें कि कल सांतपुर में हाई कोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन द्वारा हनुमान मंदिर को हटाया गया था. उसके बाद मौके पर भारी रोष जनता का देखा गया, जिसमें पुलिस और गुस्साए लोगों में आमने-सामने झड़प हो गई और पथराव और लाठीचार्ज हुआ, जिसमें कुछ लोग और पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई वहीं पूरे मामले को लेकर आज आबूरोड के हिंदू संगठनों ने शहर को बंद करने का आह्वान किया. सुबह से ही शहर बंद नजर आ रहा है.
आपको बता दें कि इस दौरान पालिका अध्यक्ष मगदान चारण, प्रदेश मंत्री एससी मोर्चा सुरेश सिंदल, जिला मंत्री सतीश सेठी, पूर्व यूआईटी अध्यक्ष सुरेश कोठारी, भाजपा नेता बाबूभाई पटेल, मंडल अध्यक्ष दिनेश खंडेलवाल, अजय वाला समेत कई लोग शहर में आबूरोड़ को बंद करवाने की लोगो से अपील की. आज हिंदू संगठन के लोगों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है. आबू पिंडवाड़ा विधायक समाराम गरासिया ने कहा कि यह सरकार हिंदू विरोधी है.
विधायक ने आरोप लगाया की आज जिस प्रकार से घरों में घुस कर पुलिस ने बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की है. यह उचित नहीं है, हो सकता है. मंदिर के टूटने से कुछ आक्रोषित भीड़ ने गलत कदम उठाया हो पर पुलिस को समझाइश से मामला सुलझाया जा सकता था. बच्चों और महिलाओं पर घरों में घुस कर मारपीट की गई है, जिसकी निंदा करते है. पुलिस प्रशासन से मांग की के जिन स्थानीय लोगों को पकड़ा और भाजपा पदाधिकारियों को हिरासत में लिया है पर वो पथराव में शामिल नहीं थे उन्हें तुरंत छोड़ा जाए. पुलिस की कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा और कल आबूरोड बंद का आह्वान किया गया है.
Reporter: Saket Goyal
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