बिना सुविधाओं के इन बेटियों ने बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में जीता गोल्ड-ब्रॉन्ज , नेशनल में भी बनाई जगह
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बिना सुविधाओं के इन बेटियों ने बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में जीता गोल्ड-ब्रॉन्ज , नेशनल में भी बनाई जगह

किशनपुरा उत्तराधा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की दो छात्राओं ने राज्यस्तरीय सब जूनियर बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में शानदार प्रदर्शन किया.

बिना सुविधाओं के इन बेटियों ने बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में जीता गोल्ड-ब्रॉन्ज , नेशनल में भी बनाई जगह

Sriganganagar: थके तन और हारे मन से कोई लक्ष्य प्राप्त नहीं किया जा सकता. जिद करने से ही जीत हासिल होती है, ऐसा ही एक वाकया श्रीगंगानगर जिले के एक छोटे से गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली दो लड़कियों का है, जिसने अभावों में रहकर ऐसा प्रभाव दिखाया है कि दोनों की चर्चा आज गांव समेत जिले में हर किसे के जुबां पर है.

किशनपुरा उत्तराधा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की दो छात्राओं ने राज्यस्तरीय सब जूनियर बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में शानदार प्रदर्शन किया. जिसमें बबीता ने गोल्ड और तृष्णा ने कांस्य पदक जीता है. इसके साथ साथ बबीता ने नेशनल प्रतियोगिता के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है. खास बात है कि स्कूल में संसाधन नहीं होने के बाद भी यह सफलता हासिल की है. स्कूल में प्रैक्टिस के लिए ग्राउंड ग्रामीणों के सहयोग से बनाया गया.

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ग्रामीणों ने किया जोरदार स्वागत

गांव में पहुंचने पर दोनों बेटियों का ग्रामीणों ने फूलों के साथ स्वागत किया. प्रधानाचार्य राजेन्द्र कुमार मारवाल ने बताया की स्कूली शिक्षा में बॉक्सिंग अभी हाल ही में जोड़ी गई है और छोटे से गांव में काम संसाधनों के चलते पहले प्रयास में गोल्ड और कांस्य पदक जीत लाना एक बड़ी उपलब्धि है.

दोनों लड़कियों ने जीत का श्रेय कोच और माता-पिता को दिया

दोनों छात्राएं अपनी इस उपलब्धि का श्रेय प्रधानाचार्य, कोच और अपने परिजनों की देती हुए कहती है कि उनके प्रधानाचार्य और माता पिता ने खूब सपोर्ट किया, जिसके बलबूते वे आगे बढ़ पाई हैं. दोनों छात्राओं को बॉक्सिंग की कोचिंग देने वाले कोच सुभाष कड़वासरा एक रिटार्यड सैनिक है और इसी गांव के हैं. ऐसे में उन्होंने गांव में ग्रामीणों के सहयोग से बॉक्सिंग रिंग तैयार किया और दोनों को कोचिंग दी, जिसका परिणाम सबके सामने है. ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिभाएं बहुत हैं, लेकिन उन्हें तराशने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इन बेटियों ने खूब मेहनत की और उसका सार्थक परिणाम सामने है और प्रदेश में अव्वल स्थान प्राप्त किया

ग्रामीणों की मदद से लड़कियों ने जीता पदक

गांव के युवाओं द्वारा बनाई गई युवा समिति ने दोनों छात्राओं की सफलता में काफी अहम भूमिका निभाई और संसाधन उपलब्ध करवाए. समिति के अध्यक्ष नरेश बिश्नोई का कहना है कि स्कूल में इसी साल बॉक्सिंग शुरू की गई थी और पहले ही प्रयास में बड़ी सफलता मिली. जिससे गांव का नाम रौशन हुआ. उन्होंने कहा कि युवा समिति आगे भी गांव के लिए तैयार रहेगी. दोनों छात्राओं द्वारा कम संसाधनों के बावजूद पहले ही प्रयास में बड़ी सफलता हासिल करने से दोनों के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हुई है. जरूरत है तो संसाधनों कि जिससे इनके खेल को और बढ़ावा मिल सके और ये राष्ट्रीय स्तर पर परचम लहरा पाए.

Reporter-Kuldeep Goyal

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