Astrology : वैदिक ज्योतिष के अनुसार 28 अक्टूबर को साल 2023 का आखिरी चंद्र ग्रहण है, इस बार चंद्र ग्रहण के दिन ही शरद पूर्णिमा है जो 30 साल बाद हो रहा है. ये ही नहीं इस बार चंद्रग्रहण के दिन ही गजकेसरी योग का निर्माण भी हो रहा है. जो इन राशियों के लोगों के लिए शुभता लेकर आ रहा है.
शरद पूर्णिमा के अवसर पर फतेहपुर के दो जांटी बालाजी मंदिर में चुरू विधायक राजेंद्र राठौड़ ने धोक लगाई
बानसूर के रामबाग परिसर में स्थित ठाकुर जी महाराज मंदिर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इस दौरान अमृत रूपी खीर का भोग लगाया गया और 101 किलो खीर का प्रसाद बांटा गया.
अलवर के बानसूर में शरद पूर्णिमा के पावन पर्व पर ठाकुरजी महाराज मंदिर पर कार्यक्रम का आयोजन . ठाकुर जी को लगाया 101 किलो खीर का भोग. मां लक्ष्मी ने दिया भक्तों को आशीर्वाद, तो चन्द्रमा ने बरसाया अमृत.
राजसमंद में शरद पूर्णिमा के अवसर पर रास महोत्सव का आयोजन. शरद पूर्णिमा का अमृतमयी चांद अपनी किरणों में स्वास्थ का वरदान लेकर आता है. हिंदू पंचाग के अनुसार पूर्णिमा की रातों में शरद पूर्णिमा का स्थान प्रमुख है, इसे कौमुदी यानि मूनलाइट या कोजागरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है.
चूरू जिले में सुजानगढ़ के सालासर के सबके संकट हरने वाले सीद्धपीठ सालासर धाम में चल रहे आसोज माह के शरद पूर्णिमा का लक्खी मेला परवान पर है. तमाम बाधाओं को चीरते हुए श्रद्धालुओं का रेला हाथों में ध्वजा लिए सालासर धाम में बाबा के दर्शन के लिए पहुंच रहें है.
Sharad Purnima : शरद पूर्णिमा पर डिग्गी मालपुरा में जनसैलाब उमड़ पड़ा. श्रद्धालुओं ने श्री कल्याण जी महाराज के दर्शन किए.
शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) पर मंदिरों में रासलीला की झांकी के दर्शन होंगे.
असल में पूर्णिमा तिथि वैसे तो शुक्रवार 30 अक्टबूर शाम 5:45 बजे से शुरू होकर शनिवार 31 अक्टूबर रात 8:20 बजे तक उपस्थित रहेगी.