यह मंदिर भगवान कृष्ण और देवी राधा को समर्पित है, यह निधिवन नामक घने जंगल में स्थित है,यहां अंधेरा होने के बाद किसी को भी मंदिर परिसर में प्रवेश करने या रहने की अनुमति नहीं है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि जो कोई भी अंदर देखने या सुनेने की कोशिश करेगा वह या तो मर जाएगा या अंधा या बहरा हो जाएगा.