वाराणसी का असली नाम काशी है,काशी की स्थापना भगवान शिव ने लगभग 5000 वर्ष पूर्व की थी
वाराणसी नगर
वाराणसी एक धार्मिक नगर है, इसे हिन्दुओं का सबसे बड़ा तीर्थ स्थल माना जाता है
मंदिर की स्थापना
प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर की स्थापना महारानी अहिल्या बाई होलकर द्वारा सन 1780 में की गई थी
वाराणसी में नदी
वाराणसी में बहने वाली मुख्य नदी गंगा है, इसके अलावा यहां बानगंगा, गोमती, वरुणा, गड़ई, चंद्रप्रभा, सरम्नासा आदि नदियां भी बहती हैं
वाराणसी घाट
वाराणसी शहर में कुल 88 घाट हैं जिनमें से 2 घाटों का उपयोग शमशान स्थल के लिए किया जाता है
वाराणसी में उद्योग
वाराणसी में बनारसी रेशमी साड़ी, कपड़ा उद्योग, हस्तशिल्प और कालीन उद्योग मुख्य रूप से हैं
वाराणसी की भाषा
वाराणसी में रहने वाले काशिका भोजपुरी, हिंदी और उर्दू बोलते हैं
तुलसीदास का वाराणसी से सम्बन्ध
स्वामी तुलसीदास जी ने हिन्दू धर्म ग्रन्थ राम चरित मानस की रचना वाराणसी में ही की थी
वाराणसी में बड़े विश्वविद्यालय
वाराणसी में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ और सेन्ट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ हायर टिबेटियन स्टडीज स्थित है
वाराणसी नाम की उत्पत्ति कैसे हुई
इतिहासकारों के अनुसार वरुणा नदी और असि नदी, इन दो नदियों पर इस नगर की स्थिति होने से इसका नाम वाराणसी पड़ा