करवा चौथ के 10 अनिवार्य नियम, नहीं मानने पर व्रत माना जाएगा अधूरा

Zee Rajasthan Web Team
Oct 18, 2024

करवा चौथ का व्रत हर सुहागिन महिला अपने सुहाग की सुख समृद्धि और लंबी आयु के लिए रखती है.

करवा चौथ के 10 अनिवार्य नियम है जिनका पालन नहीं करने पर व्रत अधूरा माना जाता है.

करवा चौथ पर निर्जला व्रत ही पूर्ण व्रत माना जाता है, जो चंद्र पूजा के बाद पति के हाथों जल पीकर पूरा होता है.

करवा चौथ पर सुहागिन को इन 6 चीजों को श्रृंगार में शामिल करना जरूरी है-मेंहदी,सिंदूर,बिंदी, मंगलसूत्र और बिछिया.

करवा चौथ पर पूर्व मुखी होकर ही व्रत की पूरी पूजा की जानी चाहिए.

करवा चौथ पर पर हमेशा मिट्टी के करवे से ही चंद्रदेव को अर्घ्य देना चाहिए.

करवा चौथ पर एक थाली में सुहाग का सामान रख कर परिवार की बड़ी महिला को दान जरूर दें.

करवा चौथ पर व्रत कर रही सुहागिन को सोना नहीं चाहिए. और ना ही किसी सोते को उठाना चाहिए.

करवा चौथ पर किसी का अपमान ना करें, पति से झगड़ा ना करें.

करवा चौथ पर किसी के भी साथ अपना श्रृंगार का सामान सांझा ना करें.

करवा चौथ के दिन सुहागिन महिला किसी नुकीली चीज का इस्तेमाल ना करें. यानि की सिलाई कढ़ाई का काम ना करें.

करवा चौथ पर सूर्योदय के साथ ही व्रत आरंभ माना जाता है, ऐसे में जल्दी उठें और पूजा करें.

डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी है, जिसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है

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