कठोर नियम

एक-एक साल तक हर पांडव के साथ द्रोपदी रहती थी, अवधि में किसी और पांडव को द्रोपदी के कक्ष में जाने की अनुमित नहीं थी.

Pragati Awasthi
Nov 08, 2023

दंड

नियम तोड़ने वाले को एक वर्ष का दंड मिलता और देश से निकाल दिया जाता था.

अर्जुन की गलती

अब अर्जुन का एक वर्ष का समय समाप्त हो गया तब युधिष्ठिर का समय शुरू हुआ

अर्जुन को मिला दंड

लेकिन भूलवश अर्जुन का तीर कक्ष में रह गया, और ये तीर लेने ही अर्जुन पुन कक्ष में आ गये.

देश निकाला

नियम तोड़ने पर अर्जुन को देश निकाला का दंड मिला.

नागों से दुश्मनी

अर्जुन ने इंद्रप्रस्थ को नागों से मुक्त कराया था, जिससे नागों से उनकी दुश्मनी हो गयी थी.

नाग कन्या

अर्जुन ने बदला लेने के लिए नागराज ने अपनी पुत्री उलूपी को भेजा जो अर्जुन पर ही मोहित हो गयी

इरावन जन्म

उलूपी अर्जुन को बेहोश कर नागलोक ले गयी और वहा विवाह कर लिया, जिससे इरावन नाम के बच्चे का जन्म हुआ

किन्नरों के देवता

इरावन आगे चल कर किन्नरों का देवता कहलाया

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