क्या रोना सेहत के लिए बेहतर है?

Sneha Aggarwal
May 03, 2024

कमजोरी

बहुत सारे लोग सोचते हैं कि रोना इंसान की कमजोरी की निशानी है लेकिन ये बिल्कुल गलत है.

भावनात्मक बैलेंस

अधिक रोना गलत है लेकिन रोने से भावनात्मक बैलेंस बना रहता है.

मूड

कहा जाता है कि रोने से दर्द कम और मूड अच्छा होता है.

मन भारी

कहा जाता है कि कभी मन भारी हो तो रो लेना चाहिए, जिससे तनाव कम हो जाएं.

नींद

अगर आप किसी परेशानी में हैं, तो रो लेना चाहिए. इससे नींद अच्छी आती है.

पुरुष

रोना किसी कमजोरी की निशानी नहीं है इसलिए पुरुषों को भी रोना चाहिए.

मजबूत

रोने से पुरुष अपने आप को बहुत ज्यादा मजबूत महसूस करेंगे.

मानसिक स्थिति

कहा जाता है कि जो लोग रोते नहीं है, उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहती है.

शक्ति

रोने से परेशानियों से लड़ने की शक्ति बढ़ जाती है. ऐसे करना से इंसान बार-बार कोशिश करने के लिए तैयार हो जाता है.

सफाई

इसके अलावा रोने से आंखों से कचरा और धूल भी साफ हो जाती है.

इंफेक्शन

साथ ही आंकों को नमी मिलती है और इंफेक्शन से बचाव होता है.

डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.

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