पहले दिन, किसी नदी या तालाब में पवित्र स्नान कर,चावल, दाल, कद्दू और घी के साथ शाकाहारी भोजन पकाएं और सूर्य देव को भोग लगाएं और प्रसाद के रूप में खाएं.
Oct 31, 2023
खरना
दूसरे दिन पूरे दिन बिना पानी पिए व्रत रखें. शाम को खीर और पूरियां या रोटीयां बनाकर सूर्य देव और छठी मैया को चढ़ाए, उसके बाद प्रसाद खाकर अपना व्रत खोलें और इसे अपने परिवार और दोस्तों के बीच इसे बांटे.
संध्या अर्घ्य
तीसरे दिन, सूर्य देव और छठी मैया के लिए फल, मिठाई, फूल और अन्य प्रसाद की एक टोकरी तैयार कर, शाम के समय अपने परिवार और दोस्तों के साथ किसी नदी या तालाब पर जाएं और लोक गीत गाते हुए डूबते सूर्य को अर्घ्य दें.
सूर्य अर्घ्य
चौथे दिन सूर्योदय से पहले उठकर उसी नदी या तालाब पर जाएं जहां आपने पिछले दिन अर्घ्य दिया था. उगते सूर्य को अर्घ्य दें और अपने स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगें, इसके बाद अपने बड़ों के पैर छूकर उनका भी आशीर्वाद लें.
दंडवत प्रणाम
कुछ भक्त अपने छठ पूजा के दौरान हर कदम पर जमीन पर दंडवत प्रणाम करते हुए कई किलोमीटर तक नंगे पैर चलते हैं, यह सूर्य देव और छठी मैया के प्रति अपनी भक्ति और आभार प्रकट करते हैं
छठ पूजा में संगीत अभिन्न अंग
संगीत छठ पूजा एक अभिन्न अंग है, ऐसे कई लोक गीत हैं जो त्योहार के दौरान भक्तों द्वारा गाए जाते हैं, ये गीत सूर्य देव और छठी मैया के प्रति उनके प्रेम, विश्वास और श्रद्धा को व्यक्त करने का तरिका हैं
लोकप्रिय छठ पूजा गीत
कुछ लोकप्रिय छठ पूजा गीत हैं "उगा है सूरज देव", "केलवा के पात पर", "हो दीनानाथ", और "कांच ही बांस के बहंगिया".
छठ पूजा को कला से बनाएं सुंदर
छठ पूजा मनाने का दूसरा तरीका त्योहार से संबंधित कला बनाकर कर सकते हैं.जैसे कोई पेंटिंग, रंगोली आदि.
छठ पूजा प्राकृतिक चिजों का उपयोग करें
छठ पूजा के दृश्यों और प्रतीकों को दर्शाते हैं, आप फूल, पत्तियां, मिट्टी, रेत आदि जैसी प्राकृतिक चिजों का उपयोग कर कला बनाएं