'नारायण-नारायण' जपने वाले नारद मुनि का मंदिर राजस्थान में कहां स्थित है क्या आपको इस बारे में जानकारी है?
Zee Rajasthan Web Team
Aug 21, 2024
भगवद गीता
भगवद गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन से जिक्र किया है मैं ऋषियों में देवर्षि नारद हूं. इसलिए नारद मुनि को भगवान विष्णु का अवतार भी माना जाता है.
नारद मुनि की पूजा
ऐसी मान्यता हैं कि नारद मुनि की पूजा करने से बुद्धि का विकास होता है
भगवान नारायण
नारद मुनि भगवान नारायण के परम भक्तों में से एक माने जाते हैं.
आध्यात्म
ऐसा माना जाता कि वह सिर्फ और सिर्फ 'नारायण-नारायण' ही भजते रहते थे.
नारद मुनि की पूजा कैसे करें
नारद मुनि को प्रसन्न करने के लिए भगवान नारायण के बीज मंत्रों (ऊं बृं बृहस्पतये नम:, ऊं क्लीं बृहस्पतये नम:, ऊं ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:, ऊं ऐं श्रीं बृहस्पतये नम:, ऊं गुं गुरवे नम: )...
भगवान नारायण के बीज मंत्रों का करें जाप
में से किसी भी मंत्र का रोजाना 108 बार जाप करना चहिए.
बांसुरी करें अर्पित
इसके अलावा उत्तर दिशा में भगवान नारायण की मूर्ति को स्थापित कर उनको बांसुरी अर्पित कर उस बांसुरी की भी पूजा करनी चाहिए.
पुष्कर, अजमेर
बता दें कि नारद मुनि मंदिर का मंदिर अजमेर शहर के पुष्कर में स्थित है. इस मंदिर में उनकी पूजा की जाती है.
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