हर शादीशुदा जोड़े का सपना होता है कि उनके घर में नन्हे बच्चे की किलकारी गूंजे. कोई हो जो उन्हें मां-बाप कह कर बुलाए.
Sandhya Yadav
Jul 22, 2023
पुरुषों का योगदान
एक बच्चे को इस दुनिया में लाने के लिए महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों का भी उतना ही अहम योगदान होता है.
टेस्टोस्टेरोन हार्मोन
दरअसल पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन नामक एक हार्मोन पाया जाता है, जिससे मेल हार्मोन यानी कि पुरुष हार्मोन भी कहा जाता है. यह हार्मोन महिलाओं पुरुषों दोनों में ही अहम भूमिका निभाता है.
टेस्टोस्टेरोन पर असर
पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा अधिक होती है लेकिन आजकल खराब खानपान, बिगड़ती लाइफस्टाइल बढ़ती उम्र के चलते पुरुषों के टेस्टोस्टेरोन लेवल पर बुरा असर पड़ रहा है.
पिता बनने में रुकावट
इसकी वजह से कई सारे पुरुषों के पिता बनने में रुकावट आ रही हैं. अगर समय रहते इन बातों पर ध्यान ना दिया जाए तो कई पुरुष पिता बनने से वंचित रह सकते हैं. ऐसे में आपको किन बातों पर ध्यान देना है हम आपको बताते हैं.
जंक फूड
आजकल के ज्यादातर युवा लड़के और पुरुष भी जंक फूड का सेवन करते हैं. इससे उनकी बॉडी में तेजी से फैट बढ़ता है. इससे टेस्टोस्टेरोन का लेवल कम हो रहा है. जो फैट होता है, वह सेल्स एरामाटेज नाम के एंजाइम को सिक्रीट करता है, जिसकी वजह से टेस्टोस्टेरोन एस्ट्रोजन में बदल जाता है.
प्लास्टिक का यूज
ज्यादातर पुरुष और लड़के प्लास्टिक के टिफिन में खाना ले जाते हैं, जिसकी वजह से उनके टेस्टोस्टेरोन पर बुरा असर पड़ रहा है. इसलिए कम से कम प्लास्टिक वाले बर्तनों का इस्तेमाल करें.
प्रोटीन
कुछ पुरुष मसल्स बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन का सेवन करने लगे हैं. मांसपेशियों के लिए प्रोटीन जरूरी मैक्रोन्यूट्रिएंट्स माना जाता है लेकिन इसके साथ-साथ शरीर के लिए अन्य मैक्रोन्यूट्रिएंट्स भी जरूरी होते हैं, जो कि टेस्टोस्टेरोन लेवल को बढ़ाते हैं. उनको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
खराब स्लीप क्वालिटी
एक स्टडी के अनुसार, ज्यादातर पुरुष 4 घंटे सोते हैं, जिससे उनका टेस्टोस्टेरोन का लेवल 200 से 300 ng/dl होता है. पुरुषों को ज्यादा से ज्यादा नींद लेनी चाहिए. जो पुरुष 8 से 10 घंटे की नींद लेते हैं, उनमें टेस्टोस्टेरोन का लेवल 500 से 700 ng/dl होता है.
तनाव
ऑफिस वर्क लोड और जिम्मेदारियों के चलते पुरुषों में तनाव की समस्या देखी जा रही है. इससे उनके टेस्टोस्टेरोन लेवल पर बुरा असर पड़ता है.
पानी की कमी
कुछ पुरुष आजकल बहुत ही कम पानी पीते हैं. इसके चलते भी उनके टेस्टोस्टेरोन पर बुरा असर पड़ता है और इसका लेवल घटने लगता है.