क्यों चुपचाप पितामह भीष्म देखते रहे द्रौपदी का चीरहरण?

Sneha Aggarwal
Nov 09, 2023

निंदनीय घटना

द्रौपदी का चीरहरण महाभारत की सबसे निंदनीय घटना थी. जब द्रौपदी का चीरहरण हो रहा था उस वक्त सभा में कई सम्मानीय लोग थे, इनमे एक पितामह भीष्म भी थे.

महाभारत

जिन लोग ने टीवी पर महाभारत देखी और पढ़ी है, उनके मन में एक सवाल जरूर होगा कि पितामह भीष्म द्रौपदी का चीरहरण के वक्त चुप क्यों थे.

पांचाली द्रौपदी

यह सवाल पांचाली द्रौपदी के मन में भी था. वहीं, इसके जवाब के लिए वह महाभारत युद्ध के मैदान में गई.

बाणों की शैय्या

जिस वक्त पितामह भीष्म बाणों की शैय्या पर लेटे हुए थे, तब श्रीकृष्ण-पांडवों के साथ द्रौपदी भी उनसे मिलने पहुंची थी.

धर्म-अधर्म

इस समय पितामह भीष्म पांडवों को धर्म-अधर्म के बारे में बता रहे थे.

चीरहरण के वक्त चुप?

वहीं, द्रौपदी ने पितामह भीष्म से सवाल किया कि आप मेरे चीरहरण के वक्त चुप क्यों थे?

रक्षा

द्रौपदी ने बोला-आपने मेरी रक्षा क्यों नहीं की?

सवाल

इस सवाल का जवाब देते हुए पितामह भीष्म ने कहा कि मुझे पता था कि एक दिन मुझसे तुम से सवाल जरूर करोगी.

दुर्योधन का अन्न

उन्होंने कहा कि मैं ये अधर्म इसलिए नहीं रोक पाया क्योंकि मैं दुर्योधन का अन्न खा रहा था.

अधर्म

पापी इंसान का अन्न खाने से मेरा मन दुर्योधन के अधीन हो गया था. इस वजह से मैं चाहकर भी इस अधर्म को नहीं रोक पाया.

Note:

यहां दी गई सभी जानकारी सामाजिक आस्थाओं के मुताबिक है. ZEE Rajasthan इसकी पुष्टि नहीं करता है.

VIEW ALL

Read Next Story