राजस्थान की शान है जैसलमेरी ऊंट, जानें नस्ल से लेकर कीमत तक सब कुछ

Zee Rajasthan Web Team
Sep 25, 2024

जैसलमेरी ऊंट का नाम राजस्थान के जैसलमेर शहर से लिया गया है, जहाँ यह नस्ल पाई जाती है.

जैसलमेरी ऊंट को "राज्य का ऊंट" भी कहा जाता है, क्योंकि यह राजस्थान की संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.

जैसलमेरी ऊंट की ऊंचाई लगभग 6.5 से 7.5 फीट होती है और इसका वजन 450 से 600 किलोग्राम तक हो सकता है.

जैसलमेरी ऊंट की खूबी इसकी गति है, जो लगभग 65 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है.

जैसलमेरी ऊंट का उपयोग परंपरागत रूप से यात्रा, कृषि और सैन्य उद्देश्यों के लिए किया जाता है.

जैसलमेरी ऊंट की देखभाल करना आसान है, क्योंकि यह नस्ल अधिक पानी और भोजन की आवश्यकता नहीं होती है.

जैसलमेरी ऊंट की आयु लगभग 30 से 40 वर्ष तक हो सकती है.

जैसलमेरी ऊंट के दूध में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो इसे स्वास्थ्यवर्धक बनाते हैं.

जैसलमेरी ऊंट भारतीय सेना की सीमा सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. जैसलमेरी ऊंट सेना के जवानों को दुर्गम क्षेत्रों में यात्रा करने में मदद करते हैं.

जैसलमेरी ऊंट सेना के संचार नेटवर्क को बनाए रखने में मदद करते हैं. जैसलमेरी ऊंट सेना के लिए रसद और सामग्री को पहुंचाने में मदद करते हैं.

जैसलमेरी ऊंट को राष्ट्रीय ऊंट अनुसंधान केंद्र, बीकानेर द्वारा संरक्षित और विकसित किया जा रहा है.

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