तेजाजी महाराज की बहन का मंदिर, जहां झाड़ू और मखाने का लगता है भोग

Pragati Awasthi
Jun 18, 2024

लोक देवता

राजस्थान में बहुत से लोक देवता हैं, जिनमें तेजा जी महाराज विशेष रूप से लोकप्रिय हैं.

तेजा जी की बहन

वीर तेजाजी महाराज की बहन बुंगरी माता की पूजा भी नागौर में पूरी श्रद्धा के साथ की जा रही है.

लोक मान्यता

मान्यता है कि बुंगरी माता की पूजा से कई बीमारियों का इलाज हो जाता है.

तेजाजी की घोड़ी लीलण लाई संदेश

लोककथा के अनुसार जब तेजाजी महाराज की वीरगति की सूचना, तेजाजी की घोड़ी लीलण, बुंगरी बाई तक लेकर आई थी.

धरती में समा गई माता

सूचना सुनते ही बुंगरी बाई ने धरती मां से प्रार्थना की कि उन्हे भी अपने आंचल में जगह दें.

जीवित समाधी

बुंगरी बाई, धरती मां में जिंदा की समाधि ले चुकी थी, लेकिन तभी...

बुंगरी माता मंदिर

कुछ ही दूरी पर बुंगरी माता की मूर्ति प्रकट हो गयी और यहीं पर मंदिर बन गया.

जीवित समाधि ली

बुंगरी बाई ने जब जीवित समाधि ली तो वो महज 11 साल की थी.

मान्यता

मान्यता है कि बुंगरी माता के मंदिर में परिक्रमा करने वाले कई शारीरिक परेशानी से बच जाते हैं.

झाडूं-नारियल और मखाने का भोग

स्थानिय लोग इस मंदिर में झाड़ू, नारियल और मखाने का प्रसाद चढ़ाते हैं.

डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है, जिसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है

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