मुगलों से ऐसे बचती थी राजस्थान की महिलाएं

Sneha Aggarwal
Aug 28, 2024

राजस्थान में एक तरफ जहां महिलाएं अपने आप को मुगलों से बचाने के लिए जौहर कर रही थी.

वहीं, दूसरी तरफ वहां की महिलाओं ने खुद को मुगलों से बचाने के लिए एक तिगड़म निकाला, वो एक ताबीज था.

कहानियों से अनुसार, जो महिला मुगलों को पसंद आती थी, उन्हें मुगल उठा ले जाते थे. ज्यादातर शादियों में मुगल हमला अधिक करते थे.

इसके चलते हिंदू परंपराओं में बदलाव आता रहा. एक मां ने घर की रखवाली के लिए बेटे की बारात में जाना छोड़ दिया.

महिलाओं ने घूंघट ओढ़ना शुरू कर दिया और शादियां रात में तारों के छांव में होने लगी.

वहीं, इन सबसे भी जब बात नहीं बनी तो दुल्हन के गले में एक ताबीज पहनाया जाने लगा, जिसे ढोलना कहा जाता था.

कहते हैं कि इस ताबीज को महिलाएं अपने गले में पहनती थी, जिसको छूने से मुगल डरते थे.

इस ताबीज के अंदर सूअर के बाल भरे होते थे, जिसे मुसलमान छूना हराम मानते हैं.

ऐसे में राजस्थानी दुल्हन और महिलाएं खुद को मुगलों से बचाती थी.

डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी और लोगों द्वारा बताई गई कहानियों पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.

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