नदी में नंगे पांव क्यों करना चाहिए स्नान, वजह जान रह जाएंगे दंग!

Zee Rajasthan Web Team
Oct 28, 2024

हिंदू धर्म शास्त्रों में जीवन के हर एक पहलुओं पर चर्चा मिलती है.

इसी में से एक है स्नान. शास्त्रों में स्नान की कई विधियां बताई गई हैं.

मान्यता है कि शास्त्रों में बताए गए नियमों को फॉलो कर स्नान करने से जीवन में खुशहाली बनी रहती है.

ऐसे में आइए जानते हैं नदी में स्नान के बारे में शास्त्रों में क्या कहा गया है.

शास्त्रों की मानें, तो नदी में कभी पांव नंगे रखने चाहिए. चप्पल या जूते पैर से निकालने के बाद ही नदी में प्रवेश करें.

हिंदू धर्म में नदियों को बहुत पवित्र माना गया है. लोग अपने पापों से मुक्ति के लिए नदियों में स्नान करते हैं.

इसके अलावा शास्त्रों में नदियों को देवी का स्वरूप भी माना गया है. ऐसे नहाते वक्त जूते-चप्पल पहनना नदियों का अपमान माना जाता है.

शास्त्रों में वरुण देवता को जल का देवता माना जाता है. उनका निवास स्थान नदियों को माना जाता है. ऐसे में चप्पल पहनकर नहाने से उनका अपमान हो सकता है.

Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Rajasthan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.

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