सार्क सम्‍मेलन में हिस्‍सा लेने के लिए पाकिस्‍तान रवाना हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह
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सार्क सम्‍मेलन में हिस्‍सा लेने के लिए पाकिस्‍तान रवाना हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह

गृह मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को सार्क देशों के गृह मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए इस्लामाबाद रवाना हो गए। लश्कर-ए-तोएबा के संस्थापक हाफिज सईद की चेतावनी के बावजूद राजनाथ सिंह इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान दौरे पर गए हैं। वहीं, पाकिस्‍तान में राजनाथ की सुरक्षा को लेकर कड़े बंदोबस्‍त किए गए हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक के दौरान सिंह इस्लामाबाद से कहेंगे कि वह भारत में आतंकवाद को प्रायोजित करना बंद करे।

सार्क सम्‍मेलन में हिस्‍सा लेने के लिए पाकिस्‍तान रवाना हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह

नई दिल्‍ली : गृह मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को सार्क देशों के गृह मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए इस्लामाबाद रवाना हो गए। लश्कर-ए-तोएबा के संस्थापक हाफिज सईद की चेतावनी के बावजूद राजनाथ सिंह इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान दौरे पर गए हैं। वहीं, पाकिस्‍तान में राजनाथ की सुरक्षा को लेकर कड़े बंदोबस्‍त किए गए हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक के दौरान सिंह इस्लामाबाद से कहेंगे कि वह भारत में आतंकवाद को प्रायोजित करना बंद करे।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सिंह की अपने पाकिस्तानी समकक्ष चौधरी निसार अली खान के साथ अलग से मुलाकात होने की संभावना नहीं है क्योंकि सरकार के शीर्ष नेताओं को लगता है कि यह द्विपक्षीय मुलाकात के लिए अनुकूल समय नहीं है। गृह मंत्री आज इस्लामाबाद पहुंचेंगे और दक्षेस देशों के गृह मंत्रियों की सातवीं बैठक में हिस्सा लेने के बाद अगले दिन नयी दिल्ली लौट आएंगे। सूत्रों ने बताया कि समझा जाता है कि सिंह पाकिस्तानी एजेंसियों द्वारा नकली भारतीय करंसी नोट वितरित किए जाने का मुद्दा भी उठाएंगे। आतंकवाद के अलावा जिन अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी उनमें वीजा उदारीकरण, मादक पदार्थ और छोटे हथियारों की तस्करी रोकने तथा इस खतरे से निपटने के लिए ठोस उपाय एवं उनमें समन्वय आदि शामिल हैं।

बहरहाल, समझा जाता है कि गृह मंत्री दक्षेस बैठक में अपने संबोधन में भारत में सक्रिय आतंकी समूहों को पाकिस्तान के समर्थन का मुद्दा उठाएंगे और इस्लामाबाद से उसके यहां स्थित लश्कर-ए-तोएबा, जैश-ए-मोहम्मद तथा अन्य आतंकी गुटों पर अंकुश लगाने के लिए कहेंगे। सिंह का इस्लामाबाद दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब भारत पाक संबंधों में तनाव व्याप्त है। जम्मू कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी की आठ जुलाई को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मौत होने के बाद कश्मीर में उत्पन्न हिंसा को लेकर पाकिस्तान और उसके प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भड़काउ बयानों के मद्देनजर दोनों देशों के रिश्तों में तनाव है। वानी प्रतिबंधित आतंकी गुट हिजबुल मुजाहिदीन का वांछित आतंकी था। शरीफ ने न केवल उसकी तारीफ की बल्कि यह भी कहा कि कश्मीर एक दिन पाकिस्तान का होगा। इस पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कड़ी प्रतिकिया में कहा कि राज्य को अपने देश का हिस्सा बनाने का उनका सपना कभी पूरा नहीं होगा।

गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजु ने कहा था कि दक्षेस बैठक एक बहुपक्षीय बैठक है। इसकी कुछ प्रतिबद्धताएं हैं। वह कोई संदेश देने या पाकिस्तानी गृह मंत्री से अलग से मुलाकात करने नहीं जा रहे हैं। संवाददाताओं ने उनसे गृह मंत्री के दौरे को लेकर लश्कर-ए-तोएबा के संस्थापक की ओर से दी गई चेतावनियों के बारे में पूछा था। सईद ने चेतावनी दी है कि अगर सिंह दक्षेस मंत्रियों के सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए इस्लामाबाद आते हैं तो उसका संगठन पाकिस्तान भर में विरोध प्रदर्शन करेगा। (एजेंसी इनपुट के साथ) 

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