शीना बोरा हत्याकांड : मारिया को मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटाया गया लेकिन जांच की मॉनिटरिंग करेंगे
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शीना बोरा हत्याकांड : मारिया को मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटाया गया लेकिन जांच की मॉनिटरिंग करेंगे

शीना बोरा हत्याकांड के आरोपियों के साथ असामान्य ढंग से पूछताछ करने वाले मुंबई पुलिस के रसूखदार आयुक्त राकेश मारिया को आज इस पद से हटा दिया गया और पुलिस होम गार्ड्स में महानिदेशक बना दिया गया, लेकिन शाम होते होते एक अजीब घटनाक्रम में उन्हें मामले की जांच की ‘निगरानी’ से नहीं हटाने का ऐलान किया गया।

शीना बोरा हत्याकांड : मारिया को मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटाया गया लेकिन जांच की मॉनिटरिंग करेंगे

मुंबई: शीना बोरा हत्याकांड के आरोपियों के साथ असामान्य ढंग से पूछताछ करने वाले मुंबई पुलिस के रसूखदार आयुक्त राकेश मारिया को आज इस पद से हटा दिया गया और पुलिस होम गार्ड्स में महानिदेशक बना दिया गया, लेकिन शाम होते होते एक अजीब घटनाक्रम में उन्हें मामले की जांच की ‘निगरानी’ से नहीं हटाने का ऐलान किया गया।

अतिरिक्त मुख्य सचिव के पी बक्शी ने बताया, ‘सरकार ने फैसला किया है कि राकेश मारिया की पदोन्नति और तबादले के बावजूद शीना बोरा हत्याकांड की निगरानी वह करेंगे।’ दिनभर महानगर के पुलिस महकमे में नाटकीय घटनाक्रम सामने आए। मारिया के स्थान पर अहमद जावेद को मुंबई के पुलिस आयुक्त का कार्यभार सौंप दिया गया। अहमद जावेद चूंकि पुलिस होमगार्ड्स में महानिदेशक के पद पर थे इसलिए पुलिस आयुक्त के पद का भी दर्जा बढ़ा दिया गया। मारिया को उनके द्वारा रिक्त किया गया पद सौंपा गया। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस कल रात जापान की यात्रा पर जाने से पहले इन तब्दीलियात को मंजूरी देकर गए थे। तबादले के समय पर सवाल उठे और मीडिया में इसे लेकर जो तपिश उठी उसे देखते हुए फडणवीस ने निर्देश दिया कि मारिया को जांच की निगरानी से न हटाया जाए।

मारिया पिछले कुछ समय से चर्चा में थे। कुछ समय पहले आईपीएल प्रमुख ललित मोदी के साथ जुलाई 2014 में लंदन में हुई उनकी मुलाकात का वीडियो सामने आया और फिर उनकी तरफ निगाहें उठीं जब उन्होंने शीना बोरा हत्याकांड में कुछ ज्यादा ही दिलचस्पी दिखाई। उन्हें शीना की मां इंद्राणी मुखर्जी सहित आरोपियों से पूछताछ करने के लिए अकसर खार पुलिस स्टेशन जाते देखा गया।

ओहदों की इस अदला बदली को लेकर बहुत सी बातें हवाओं में होने के बीच महाराष्ट्र के गृह विभाग ने कहा कि आगे आने वाले गणपति उत्सव के दौरान कानून और व्यवस्था की स्थिति को ध्यान में रखते हुए यह तब्दीलियां की गई हैं। विभाग ने इस बात से इंकार किया कि इस तबादले का शीना बोरा हत्याकांड की जांच से कुछ लेना देना है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) के पी बक्शी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘मारिया को महानिदेशक के दर्जे पर पदोन्नत किया गया है और अहमद जावेद के स्थान पर मुंबई में होमगार्ड्स का महानिदेशक बनाया गया है। अहमद जावेद (जो महानिदेशक, होमगार्ड्स थे) अब मुंबई के नये आयुक्त होंगे।’ उन्होंने बताया कि मुंबई पुलिस आयुक्त के ओहदे का दर्जा बढ़ाकर इसे ‘महानिदेशक’ स्तर का कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी मारिया का तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया गया है और 1980 के आईपीएस अधिकारी जावेद ने भी आज ही नये पुलिस आयुक्त का पदभार संभाल लिया।

इस अचानक अदला बदली के बाद जावेद से पूछा गया कि क्या वह भी मामले में व्यक्तिगत तौर पर जांच करेंगे तो उन्होंने कहा कि हत्या मामले में जांच पेशेवर अंदाज में की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘आरोपी इस समय न्यायिक हिरासत में हैं। जांच उचित टीम वर्क के साथ की जाएगी। अब तक की जांच की बात करें तो इस समय यह पूरी हो चुकी है। जहां तक सुबूतों के सिलसिले में जांच का सवाल है तो मुझे लगता है कि किसी भी महत्वपूर्ण मामले पर उचित पेशेवराना अंदाज में नजर रखी जानी चाहिए।’ उन्होंने कहा कि मामले की सभी पहलुओं से जांच होगी और वित्तीय कोण से भी जांच की जाएगी।

यह संकेत देते हुए कि सरकार अपने फैसले में कुछ संशोधन करने जा रही है गृह राज्य मंत्री रंजीत पाटिल ने शाम को कहा कि मारिया को महानिदेशक के पद पर पदोन्नत किया गया है, लेकिन वह जांच की निगरानी का काम देख सकते हैं।

पाटिल ने कहा, ‘जांच का काम 95 प्रतिशत पूरा हो चुका है। जांच के लिए कोई निहितार्थ नहीं होगा। मुझे नहीं लगता कि अगर मारिया निगरानी नहीं करेंगे तो जांच की दिशा में कोई बदलाव आएगा, फिर भी अगर वह मामले को निपटाना चाहते हैं तो ऐसा कर सकते हैं।’ तैनाती के समय के बारे में उन्होंने कहा, ‘हमें नये व्यक्ति (जावेद) को जमने के लिए कम से कम दस दिन का समय देना चाहिए। गणेश चतुर्थी का सुगम संचालन मुंबई पुलिस के लिए एक चुनौती है।’ पाटिल ने इस बात से इंकार किया कि फडणवीस जिनके पास गृह विभाग भी है मारिया से नाराज हैं, जिन्हें राकांपा के नजदीक माना जाता है।

इस फैसले की हालांकि विपक्षी कांग्रेस और राकांपा ने कड़ी आलोचना की है। मुंबई कांग्रेस के प्रमुख संजय निरूपम ने इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि मारिया का तबादला नयी दिल्ली में बैठे आकाओं और कोरपोरेट घरानों के अवांछित दबाव के चलते किया गया। हालांकि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त सत्यपाल सिंह, जो फिलहाल उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद हैं, ने खबरिया चैनलों को बताया कि मारिया को पद से हटाने की एक वजह मारिया की पीटर मुखर्जी से नजदीकी हो सकती है। पीटर मुखर्जी मामले की आरोपी इंद्राणी मुखर्जी के पति हैं।

जावेद अहमद को 2013 में भी मुंबई पुलिस आयुक्त के पद के लिए पहली पसंद माना जा रहा था, लेकिन फिर उन्हें महानिदेशक (होमगार्ड्स) बना दिया गया। मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त जूलियो रिबेरो ने कहा कि मारिया लोगों के हितैषी थे, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि एक हत्या मामले में जांच करना पुलिस आयुक्त का काम नहीं होता। उन्होंने नये नगर पुलिस प्रमुख को अच्छा अधिकारी करार दिया।

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