'राम की सेवा करने से हमें कौन रोक लेगा...आर्ट ऑफ लिविंग कैसे रोकेगा हमें'
Advertisement

'राम की सेवा करने से हमें कौन रोक लेगा...आर्ट ऑफ लिविंग कैसे रोकेगा हमें'

राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मामले को अदालत से बाहर सुलझाने की कोशिश करने वाले मौलाना सलमान नदवी पर मस्जिद का दावा छोड़ने के लिए 5000 करोड़ रुपये मांगने का आरोप लगाने वाले अयोध्या सद्भावना समन्वय महासमिति के अध्यक्ष डॉ. अमरनाथ मिश्रा को निष्कासित कर दिया गया है.

अमरनाथ मिश्रा राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण न्यास से निष्कासित (फोटो-ANI)

नई दिल्ली: राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मामले को अदालत से बाहर सुलझाने की कोशिश करने वाले मौलाना सलमान नदवी पर मस्जिद का दावा छोड़ने के लिए 5000 करोड़ रुपये मांगने का आरोप लगाने वाले अयोध्या सद्भावना समन्वय महासमिति के महासचिव डॉ. अमरनाथ मिश्रा को निष्कासित कर दिया गया है. निष्कासन के बाद उनका बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि हमें राम की पूजा करने से कोई नहीं रोक सकता. वहीं उन्होंने अयोध्या मामले में आर्ट ऑफ लिविंग की भूमिका पर भी सवाल उठाए और उन्हें सौदेबाज बताया. अमरनाथ मिश्रा ने राम मंदिर को लेकर बयान देते हुए कहा कि, 'हम सौदेबाजी करने के पक्ष में नहीं हैं. राम की सेवा करने से हमें कौन रोकेगा. आर्ट ऑफ लिविंग कैसे रोक लेंगे हमें. ये सब लोग सौदेबाज हैं.'

  1. अयोध्या सद्भावना समन्वय महासमिति के महासचिव हुए निष्कासित
  2. मौलाना सलमान नदवी पर लगाया था 5000 करोड़ मांगने का आरोप
  3. निष्कासन के बाद बोले अमरनाथ मिश्रा- ये सब लोग सौदेबाज हैं

मौलाना नदवी पर लगाया था 5000 करोड़ मांगने का आरोप
अमरनाथ मिश्रा ने 15 फरवरी को मौलाना नदवी पर मस्जिद का दावा छोड़ने के लिए 5000 करोड़ रुपये मांगने, साथ ही दूसरी जगह मस्जिद बनाने के लिए 200 एकड़ जमीन और राज्यसभा की सदस्यता देने की मांगने का आरोप लगाया था. इसे लेकर उन्होंने नदवी के खिलाफ थाना हसनगंज में तहरीर भी दी थी. मिश्रा ने तहरीर देते हुए मौलाना नदवी पर झूठ बोलने और नदवा कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कराने की मांग की थी.

श्रीश्री रविशंकर के करीबी माने जाने वाले मिश्र ने कहा कि अयोध्या मसले पर बातचीत के लिए उन्होंने 5 फरवरी को नदवी से मुलाकात की थी. मुलाकात के दौरान मौलाना ने उनसे इस मसले पर लिखित प्रस्ताव मांगा था और उन्हें आश्वस्त किया था कि वह 9, 10 व 11 फरवरी को हैदराबाद में होने वाली मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक में यह प्रस्ताव पेश कर उस पर सहमति बनवाएंगे.

शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमेन वसीम रिजवी ने AIMPLB को बताया 'आतंकी संगठन'

उन्होंने कहा, "मालाना नदवी ने इस एवज में अयोध्या में दूसरी जगह मक्का की तरह एक मस्जिद बनाने की मांग करते हुए मस्जिद निर्माण के लिए 200 एकड़ जमीन और 5000 करोड़ रुपये और राज्यसभा की सदस्यता मांगी थी."

मौलाना ने आरोपों को बताया था झूठा
मौलाना नदवी ने इन आरोपों को झूठा बताया था. उन्होंने कहा था कि वे किसी अमरनाथ मिश्र को नहीं जानते. साथ ही उन्होंने इस तरह के आरोपों को हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच तनाव पैदा करने की साजिश बताया था.

बाबरी मस्जिद पर पर्सनल लॉ बोर्ड का सख्त स्टैंड, कहा-मस्जिद अनंत काल तक के लिए बनती है

न्यास की नीतियों के विरूद्ध काम करने पर निष्कासित
अमरनाथ मिश्रा को राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण न्यास से निष्कासित करने के मामले में समिति के अध्यक्ष महंत जन्मेजय शरण की ओर से जारी पत्र में कहा गया कि अमर नाथ मिश्रा को न्यास की नीतियों के विरूद्ध काम करने के कारण न्यास से निष्कासित कर दिया गया है. आगे लिखा गया, मिश्रा खुद को न्यास का महासचिव बताते हैं लेकिन वह अब न्यास में नहीं हैं. ऐसे में मिश्रा के बयान को उनकी निजी राय ही माना जाए.

Trending news