हनीप्रीत से बात करने को 'बेकरार' है राम रहीम, जेल प्रशासन को दिया नंबर
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हनीप्रीत से बात करने को 'बेकरार' है राम रहीम, जेल प्रशासन को दिया नंबर

दरअसल राम रहीम ने जेल प्रशासन को ऐसे 10 लोगों की लिस्ट सौंपी है, जो उससे मिलने के लिए आएंगे. इस लिस्ट में राम रहीम ने हनीप्रीत का नाम सबसे पहले लिखा है.

राम रहीम को साध्‍वियों से रेप के मामले में 20 साल की सजा सुनाई गई है.

रोहतक :  दो साध्वियों से रेप केस में दोषी गुरमीत राम रहीम जेल में बंद है. जेल में भी वह सबसे पहले अपनी कथित दत्‍तक पुत्री हनीप्रीत से मिलना चाहता है. दरअसल राम रहीम ने जेल प्रशासन को ऐसे 10 लोगों की लिस्ट सौंपी है, जो उससे मिलने के लिए आएंगे. इस लिस्ट में राम रहीम ने हनीप्रीत का नाम सबसे पहले लिखा है. इतना ही नहीं उसने फोन पर बात करने के लिए हनीप्रीत का मोबाइल नंबर भी जेल प्रशासन को सौंपा है. राम रहीम ने जिन 10 लोगों की लिस्‍ट प्रशासन को सौंपी है, उनमें हनीप्रीत के अलावा उसकी दोनों बेटियों और दामाद, बेटा और बहू, डेरे की देखभाल करने वाले कुछ प्रमुख लोगों का नाम दिए हैं. उसने फोन पर बात करने के बेटी चरणजीत का मोबाइल नंबर भी दिया है.

  1. राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है
  2. लिस्ट में राम रहीम ने हनीप्रीत का नाम सबसे पहले लिखा है
  3. दोनों बेटियों और दामाद, बेटा और बहू के नाम भी दिए

राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है. जेल नियम के हिसाब से कैदी से मिलने के लिए आने वाले लोगों की लिस्ट पहले से ली जाती है. इसके तहत राम रहीम ने पहली लिस्ट में हनीप्रीत का नाम नहीं दिया था. इस पर हर कोई हैरान रह गया था. लेकिन इस बार हनीप्रीत का नाम दिया गया है, जो फिलहाल फरार बताई जा रही है.

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कौन-कौन मिल सकेगा राम रहीम से?
हनीप्रीत- (दत्तक पुत्री), जसमीत इंसा (बेटा), चरणप्रीत (बेटी), अमरप्रीत (बेटी), शान-ए-मीत (दामाद), रुह-ए-मीत (दामाद) जगजीत सिंह (कमेटी मेंबर), पीआर नैन (एक्स मैनेजर), धरम सिंह (करीबी सेवादार),गोबी राम (करीबी सेवादार)

जेल नियम क्‍या है ?
राम रहीम को जेल में माली का काम दिया गया है, जिसके एवज में उसे 40 रुपये रोज मिलते है. नियम के अनुसार कैदी अपनी मर्जी से ऐसे लोगों के नाम जेल प्रशासन को दे सकता है, जो उससे मिलने के लिए अधिकृत होंगे. कैदी की तरफ से दिए गए नामों के अलावा किसी और को जेल के अंदर आकर कैदी से मिलने की इजाजत नहीं होगी. इससे पहले राम रहीम ने हनीप्रीत को अपने साथ जेल में रखने की मांग की थी. उसने अपनी पीठ दर्द का हवाला देते हुए कहा कि वह एक्यूप्रेशर की एक्सपर्ट है. हालांकि, जेल के अधिकारियों ने उसकी मांग को ठुकरा दिया था.

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हनीप्रीत का असली नाम प्रियंका तनेजा है. हरियाणा के फतेहाबाद की रहने वाली प्रियंका तनेजा उर्फ हनीप्रीत और विश्वास गुप्ता की शादी 14 फरवरी, 1999 को डेरा प्रमुख राम रहीम ने ही कराई थी. हालांकि दोनों की शादी ज्यादा दिन नहीं चल सकी. कुछ समय बाद हनीप्रीत ने राम रहीम से शिकायत की कि ससुराल वाले दहेज के लिए परेशान कर रहे हैं. राम रहीम ने 2009 में हनीप्रीत को गोद ले लिया. उसकी दो बेटियां और एक बेटा है. उनके नाम अमनप्रीत, चमनप्रीत और जसमीत हैं.

हमेशा साथ दिखती थी हनीप्रीत
2011 में विश्वास गुप्ता ने हाईकोर्ट में केस दायर कर राम रहीम के कब्जे से हनीप्रीत को मुक्त कराने की मांग की थी. उसने राम रहीम और हनीप्रीत के बीच अवैध संबंध का भी आरोप लगाया था. हनीप्रीत उन चंद डेरा समर्थकों में से एक है जिसकी गिनती राम रहीम के करीबियों में होती है. वह डेरा के महत्वडपूर्ण फैसलों के साथ ही राम रहीम की फिल्मों को भी निर्देशित कर चुकी है. 

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