कोविंद बिहार के पहले राज्‍यपाल, जो बनेंगे देश के राष्‍ट्रपति!
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कोविंद बिहार के पहले राज्‍यपाल, जो बनेंगे देश के राष्‍ट्रपति!

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले 16 अगस्‍त 2015 को रामनाथ कोविंद ने राज्‍य के 35वें राज्‍यपाल के रूप में पदभार ग्रहण किया था. 22 माह बाद एनडीए की तरफ से उन्‍हें राष्‍ट्रपति पद का उम्‍मीदवार घोषित किया गया है. उस समय पटना हाईकोर्ट के तत्‍कालीन कार्यकारी मुख्‍य न्‍यायाधीश जस्टिस इकबाल अहमद अंसानी ने उन्‍हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई थी.

रामनाथ कोविंद ने बिहार के 35वें राज्‍यपाल के रूप में पदभार ग्रहण किया था. (साभार डीएनए)

नई दिल्‍ली : बिहार विधानसभा चुनाव के पहले 16 अगस्‍त 2015 को रामनाथ कोविंद ने राज्‍य के 35वें राज्‍यपाल के रूप में पदभार ग्रहण किया था. 22 माह बाद एनडीए की तरफ से उन्‍हें राष्‍ट्रपति पद का उम्‍मीदवार घोषित किया गया है. उस समय पटना हाईकोर्ट के तत्‍कालीन कार्यकारी मुख्‍य न्‍यायाधीश जस्टिस इकबाल अहमद अंसानी ने उन्‍हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई थी.

विपक्ष एकजुट नहीं
रामनाथ कोविंद यदि राष्‍ट्रपति बनते हैं तो वह बिहार के पहले ऐसे राज्‍यपाल होंगे, जो राष्‍ट्रपति बनेंगे. हालांकि एनडीए उम्‍मीदवार के तौर पर उनके नाम की घोषणा के बाद विपक्ष अभी तक एकजुट नहीं हुआ है. रामनाथ कोविंद ने बिहार के हर पर्व-त्‍योहार से लेकर आम अवाम से जुड़ी कोई भी घटना या दुर्घटना के समय बिहार की जनता के साथ उन्‍होंने खुद को खड़ा किया.

और पढ़ें : यूपी से पहले और देश के दूसरे दलित राष्ट्रपति होंगे रामनाथ कोविंद!

...जब राजभव में हुआ 'चाणक्‍य' का मंचन
बिहार से उनके गहरे लगाव की एक बानगी यह है कि हाल ही में उन्‍होंने चंद्रगुप्‍त और कौटिल्‍य पर बने नाटक 'चाणक्‍य' को देखा. उसी समय उन्‍होंने नाटक के निर्देशक मनोज जोशी से तत्‍काल बिहार आकर इसका मंचन करने का अनुरोध किया. राज्‍यपाल के अनुरोध पर इसी वर्ष दो मई को राजभव में 'चाणक्‍य' का मंचन हुआ. 

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