Oarfish or Doomsday Fish: ऑस्ट्रेलिया के तस्मानिया के बाद तमिलनाडु में पिछले सप्ताह एक खास किस्म की मछली नजर आई थी, जिसको लोग तबाही की निशानी मानते हैं. ऐसी मान्यता है कि जब भी ये मछली दिखती है, तब कुछ न कुछ बुरा घटता है.
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Rare Fish Sign of Disaster: लंदन जाने के लिए अहमदाबाद से उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का विमान गुरुवार को टेकऑफ के कुछ मिनटों में ही क्रैश हो गया. फ्लाइट में 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर्स सवार थे, जिसमें से 241 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में केवल एक यात्री विश्वास कुमार रमेश जीवित बचे. इसके अलावा इजरायल ने शुक्रवार की सुबह ईरान के नतांज परमाणु संयंत्र और तेहरान में कई सैन्य ठिकानों पर हमले कर दिए, जिसके जवाब में ईरान ने शनिवार तड़के इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलों से ताबड़तोड़ हमले किए हैं. इसके बाद इजरायल आर-पार के मूड में नजर आ रहा है और पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि और हमले होंगे. वहीं, ईरान ने इजरायल की मदद करने वाले देशों को चेतावनी दी है. 3 दिनों के अंदर इन 2 बड़ी घटनाओं ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि एक सप्ताह पहले ही तमिलनाडु के अलावा ऑस्ट्रेलिया के तस्मानिया में तबाही की बड़ी निशानी नजर आई थी.
एक हफ्ते पहले दिखी थी तबाही की निशानी
दरअसल, इस महीने की शुरुआत में तमिलनाडु में समुद्र के किनारे मछुआरों के जाल में एक मछली फंसी थी, जिसका नाम 'ओरफिश' या 'रिबनफिश' है. इसके अलावा यह मछली ऑस्ट्रेलिया के तस्मानिया में भी समुद्र के किनारे दिखी थी. लोग इस मछली को तबाही की निशानी मानते हैं. ऐसी मान्यता है कि जब भी ये मछली दिखती है, तब कुछ न कुछ बुरा घटता है. 12 जून का अहमदाबाद में हुए बड़े विमान हादसे और अब इजरायल-ईरान के बीच एक-दूसरे पर हमले के बाद लोगों में मन में डर का माहौल है. सोशल मीडिया पर लोग बड़ी अनहोनी की आशंका जता रहे थे.
अजीब बनावट और काफी दुर्लभ है ये मछली
'ओरफिश' यानी 'रिबनफिश' काफी दुर्लभ प्रजाति की मछली है, जिसकी बनावट काफी अजीब है. लोगों के बीच इस मछली को लेकर कई मिथक और डर फैला हुआ है. इस मछली को वैज्ञानिक भाषा में रेगलेकस ग्लेसने कहा जाता है और इसकी लंबाई लगभग 30 फीट तक हो सकती है. चांदी सी चमक और शरीर पर लहराते हुए रिबन जैसे स्ट्रक्चर इसको समुद्र का अजीबोगरीब जीव बनाते हैं. सिर पर लाल रंग का खास फिन इसको अलग बनाता है. ओरफिश या रिबनफिश आमतौर पर तो गहरे समुद्र के अंदर ही रहती हैं, लेकिन जब भी यह समुद्र के किनारे सतह पर आ जाती है तो लोगों में डर पैदा हो जाता है.
इस मछली के दिखने के बाद 2011 में मची थी बड़ी तबाही
साल 2011 में 'ओरफिश' यानी 'रिबनफिश' जापान में देखी गई थी. इसके बाद जापान में भयानक भूकंप और सुनामी आई थी. लोगों का मानना है कि इस मछली के दिखने के बाद बड़े भूकंप की घटनाएं होती हैं. इसी तरह की घटनाएं मैक्सिको में भी हो चुकी हैं, जब बड़े भूकंपों से पहले ओरफिश के दिखने की खबरें सामने आई थीं. जापान की कई लोककथाओं में भी ओरफिश का जिक्र होता है और कहा जाता है कि समुद्र के नीचे भूकंप के झटकों की वजह से यह मछली सतह पर आ जाती है.
इस मछली को लेकर क्या कहते हैं वैज्ञानिक?
हालांकि, ओरफिश के दिखने और हादसे को लेकर किसी तरह के वैज्ञानिक साक्ष्य मौजूद नहीं हैं. साल 2019 में किए गए एक सर्वे में भी ओरफिश के दिखने और भूकंप के बीच कोई सीधा संबंध नहीं पाया गया. वैज्ञानिकों का मानना है कि ओरफिश का किसी शकुन या अपशकुन से कोई लेना-देना नहीं है. वैज्ञानिकों का मानना है कि जब ओरफिश बीमार होती है या कभी रास्ता भटक जाती है, तब सतह पर आ जाती है और समुद्र तट पर आने के बाद इसकी मौत हो जाती है.