DNA Analysis: पहलगाम आतंकी हमले के बाद शाहपुर कंडी बांध का निर्माण कार्य तेज कर दिया गया है. ये प्रोजेक्ट जम्मू में पठानकोट के नजदीक स्थित है और ये बांध रावी नदी पर बनाया जा रहा है.
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DNA Analysis: फ्रांस के जनरल पिएरे लाकलॉस ने एक बार कहा था 'REVENGE IS A DISH BEST SERVED COLD.' यानी अगर शत्रु नुकसान पहुंचाए तो जरूरी नहीं कि फौरन जवाब दो. जवाब बाद में भी दिया जा सकता है. लेकिन प्रतिशोध ऐसा होना चाहिए कि पीढ़ियों तक शत्रु उसे भूल ना पाए. पाकिस्तान से ऐसा ही प्रतिशोध लेने के लिए जम्मू के शाहपुर कंडी में तैयारियां चल रही हैं. क्या है ये तैयारी? ये समझना आपके लिए बेहद जरूरी है.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद शाहपुर कंडी बांध का निर्माण कार्य तेज कर दिया गया है. ये प्रोजेक्ट जम्मू में पठानकोट के नजदीक स्थित है और ये बांध रावी नदी पर बनाया जा रहा है. दरअसल, रावी नदी पर जो बांध अभी बने हुए हैं. वो रावी नदी का पूरा पानी रोक नहीं पाते हैं. और सालाना 20 लाख हेक्टेयर फीट पानी पाकिस्तान चला जाता है. वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट में बताया गया था कि इतने पानी से पाकिस्तान को हर साल 8 हजार करोड़ रुपए का फायदा होता था. लेकिन शाहपुर कंडी बांध का निर्माण पूरा हो जाने के बाद ये पानी रुक जाएगा.
जिस गति के साथ शाहपुर कंडी का निर्माण कार्य चल रहा है उसे देखकर लगता है कि अगले कुछ महीनों में ये बांध पूरी तरह तैयार हो जाएगा. और यही वो वक्त होगा जब पानी रुकने से पाकिस्तान को सबसे बड़ा जख्म मिलेगा. क्यों पानी रोकने को पाकिस्तान पर सबसे बड़ी स्ट्राइक माना जा रहा है. आप भी गौर से पढ़िए और समझिए.
पाकिस्तान में रबी फसलों की बुआई
पाकिस्तान में रबी की फसलों की बुआई अक्टूबर के महीने में शुरु होती है. सर्दियों में पाकिस्तान के किसान गेहूं और जौं की बुआई करते हैं. इसके साथ ही साथ बड़े पैमाने पर हरी सब्जियां और तिलहन से जुड़ी फसलें भी सर्दियों के मौसम में ही बोई जाती हैं.
भारत ने अगर रावी नदी का पानी रोका तो पाकिस्तान की फसलें खराब हो जाएंगी और पाकिस्तान में एक बड़ा खाद्य संकट पैदा हो सकता है. यानी अप्रैल में हुए हमले का एक प्रतिशोध अक्टूबर में भी लिया जाएगा. लेकिन ये बदला ऐसा होगा कि पाकिस्तानियों के लिए दो वक्त की रोटी खाना भी मुश्किल हो जाएगा. इसी वजह से पानी रोकने का जिक्र भर आने से पाकिस्तान की सरकार बौखला रही है.
'जो पानी पाकिस्तान जाने से रोका जाएगा उसका क्या होगा?'
आपके अंदर एक सवाल ये भी उठ रहा होगा कि जो पानी पाकिस्तान जाने से रोका जाएगा उसका क्या होगा? शाहपुर कंडी से जो पानी रोका जाएगा उससे पंजाब में 32 हजार हेक्टेयर और जम्मू में 5 हजार हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की जाएगी. यानी पाकिस्तान को नुकसान होगा और भारत के किसानों को सिंचाई के नए साधन मिलेंगे.