फेसबुक पर फर्जी डिस्काउंट के खेल की कहानी, साइबर रावण से कैसे बचें?
त्योहारी सीजन में ऑनलाइन सामान बेचने वाली वेबसाइट्स पर इस समय डिस्काउंट की भरमार है. हर कोई इस शानदार डील का फायदा उठाना चाहता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि डिस्काउंट के लालच में 56% भारतीय ठगी का शिकार हो जाते हैं.
नई दिल्ली: एक पल के लिए कल्पना कीजिए कि अगर रावण आज के जमाने में होता तो वो किस रूप में होता है. आज के जमानें में आपको उसका एक साइबर रूप दिखाई देता है. त्योहारों के मौसम में इंटरनेट पर ऑनलाइन फ्रॉड के जरिए जो अपराधी लोगों को लूट रहे हैं वो भी किसी रावण से कम नहीं हैं. त्योहारों का मौसम है और ऑनलाइन सामान बेचने वाली वेबसाइट पर इस समय डिस्काउंट की भरमार है. हर कोई चाहता है कि वो इन डिस्काउंट ऑफर्स का फायदा उठाए. लेकिन क्या आप जानते हैं कि डिस्काउंट के लालच में ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले 56 प्रतिशत भारतीय ठगी का शिकार हो जाते हैं. पिछले कुछ दिनों में ऑनलाइन सामान बेचने वाली कंपनियां 36 हजार करोड़ रुपये के प्रोडक्ट फेस्टिव सेल के दौरान बेच चुकी हैं. लेकिन इसी की आड़ में बहुत सारे साइबर अपराधी लोगों के साथ धोखा धड़ी कर रहे हैं.
फेसबुक-इंस्टाग्राम पर आने वाले Ads
पिछले कुछ दिनों में एक फर्जी वेबसाइट के सहारे हजारों लोगों के साथ धोखाधड़ी की गई है. इस वेबसाइट का नाम है वेल बॉय मॉल डॉट कॉम (Well Buy Mall Dot Com). साइबर अपराधियों ने पहले इस वेबसाइट पर अलग-अलग प्रोडक्ट्स पर 50 से 80 प्रतिशत तक के डिस्काउंट ऑफर्स के विज्ञापन डाले और फिर फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी ये विज्ञापन शुरू कर दिए गए. आमतौर पर लोग फेसबुक और इंस्टाग्राम पर आने वाले ऐसे विज्ञापनों पर शक नहीं करते. इसी वजह से बहुत सारे लोगों ने विज्ञापन में दिए गए लिंक पर क्लिक कर दिया और अपनी पसंद का सामान सलेक्ट करने के बाद इसके लिए ऑनलाइन पेमेंट भी कर दी. फिर प्रोडक्ट की डिलिवरी का इंतजार करने लगे. लेकिन जब लंबे इंतजार के बाद भी प्रोडक्ट डिलिवर नहीं हुआ तो लोगों ने वेबसाइट पर जाकर अपना ऑर्डर ट्रैक करने की कोशिश की. लेकिन तब ये पूरी वेबसाइट ही इंटरनेट से गायब हो चुकी थी.
प्रोडक्ट्स पर डिस्काउंट कहीं भारी न पड़ जाए
फेसबुक पर जब किसी विज्ञापन के फर्जी होने की शिकायत की जाती है तो फेसबुक इसकी जांच के लिए 7 से 30 दिनों का समय लेती है. लेकिन इस फर्जी वेबसाइट ने इतने दिनों में ही हजारों लोगों को ठग लिया. हालांकि अब तक की जांच से ये पता चला है कि इस वेबसाइट को चीन से ऑपरेट किया जा रहा था. इसी साल अगस्त में दिल्ली पुलिस ने भी ऐसे कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था जो ऐसी ही एक फर्जी वेबसाइट बनाकर 10 हजार लोगों से 25 करोड़ रुपये ठग चुके थे. अगर आप भी ऑनलाइन शॉपिंग करने के लिए शौकीन हैं और भारी डिस्काउंट आपको भी आकर्षित करते हैं. तो संभव है कि आप भी किसी न किसी दिन इस ऑनलाइल स्कैम का शिकार हो जाएं.
VIDEO