आज पूरी दुनिया भारत की सैन्य ताकत और सांस्कृतिक विरासत की झलक देखेगी. पहली बार भारत रफाल लड़ाकू विमानों के साथ अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करेगा. DRDO की इस बार दो झांकी होंगी. इसके अलावा अन्य झांकियों में देश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, आर्थिक उन्नति और सैन्य ताकत की आन-बान-शान नजर आएगी.
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नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day Prade 2021) के दौरान आज भारत पहली बार रफाल लड़ाकू विमानों (Dassault Rafale) की उड़ान के साथ T-90 टैंकों, समविजय इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली, सुखोई-30 MKI लड़ाकू विमानों समेत अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करेगा.
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि परेड में राजपथ पर 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की झांकियों, रक्षा मंत्रालय की छह झांकियों, अन्य केंद्रीय मंत्रालयों और अर्द्धसैनिक बलों की 9 झांकियों समेत 32 झांकियों में देश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, आर्थिक उन्नति और सैन्य ताकत की आन-बान-शान नजर आएगी.
मंत्रालय ने कहा कि इस दौरान स्कूली छात्र लोक नृत्य पेश करेंगे. ओडिशा में कालाहांडी के मनमोहक लोक नृत्य बजासल, फिट इंडिया मूवमेंट और आत्मनिर्भर भारत के अभियान की बानगी भी पेश की जाएगी. वहीं बांग्लादेश सैन्य बल की 122 सदस्यीय टुकड़ी भी आज राजपथ पर कदमताल करती नजर आएंगी. बांग्लादेश की टुकड़ी, बांग्लादेश के मुक्ति योद्धाओं की विरासत को आगे बढ़ाएगी, जिन्होंने लोगों पर दमन और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई थी और बांग्लादेश को 1971 में आजादी दिलाई.
भारत, 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर जीत के उपलक्ष्य में स्वर्णिम विजय वर्ष मना रहा है. इसी युद्ध के बाद बांग्लादेश अस्तित्व में आया था. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि परेड के दौरान थल सेना अपने मुख्य जंगी टैंक T-90 भीष्म, इनफैन्ट्री कॉम्बैट वाहन बीएमपी-दो सरथ, ब्रह्मोस मिसाइल की मोबाइल प्रक्षेपण प्रणाली, रॉकेट सिस्टम पिनाका, इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली समविजय समेत अन्य का दमखम प्रदर्शित करेगी.
गणतंत्र दिवस परेड पर इस साल नौसेना (Indian Navy) अपने पोत आईएनएस विक्रांत (IANS Vikrant) और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान नौसैन्य अभियान की झांकी पेश करेगी. भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) हल्के लड़ाकू विमान तेजस और देश में विकसित टैंक रोधी निर्देश मिसाइल ध्रुवास्त्र पर प्रस्तुति पेश करेगी. राफेल समेत वायु सेना के 38 विमान और भारतीय थल सेना के चार विमान मंगलवार को उड़ान में हिस्सा लेंगे.
परेड के समय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) की इस बार दो झांकी होगी. राष्ट्रीय समर स्मारक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा देश के लिए बलिदान देने वाले नायकों को श्रद्धांजलि देने के साथ गणतंत्र दिवस परेड समारोह की शुरुआत होगी. मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री देश के लिए बलिदान देने वाले नायकों पर पुष्प अर्पित करेंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री और अन्य विशिष्टगण राजपथ पर परेड का गवाह बनेंगे.
परंपरा के मुताबिक झंडा (Tri Color National Flag) फहराने के बाद राष्ट्रगान (National Anthem) और 21 तोपों की सलामी दी जाएगी. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) के सलामी लेने के बाद परेड की शुरुआत होगी. इस बार 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में -गुजरात, असम, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, पंजाब, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उत्तरप्रदेश, कर्नाटक, केरल, आंध्रप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, दिल्ली और लद्दाख की झांकी पेश की जाएगी.
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