रेवाड़ी सामूहिक बलात्कार कांड: महिला पुलिस थाने की एएसआई निलंबित
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रेवाड़ी सामूहिक बलात्कार कांड: महिला पुलिस थाने की एएसआई निलंबित

रेवाड़ी जिले के एक पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया, ‘‘रेवाड़ी के महिला पुलिस थाने की एएसआई हीरामणि को निलंबित करने के आदेश सोमवार को जारी किए गए. 

अब तक इस मामले में तीन गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. (फाइल फोटो)

चंडीगढ़/रेवाड़ी : रेवाड़ी की एक युवती के सामूहिक बलात्कार कांड में कार्रवाई में कथित देरी को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) पद से राजेश दुग्गल के तबादले के बाद एक महिला सहायक सब-इंस्पेक्टर (एएसआई) को निलंबित कर दिया गया है. रेवाड़ी जिले के एक पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया, ‘‘रेवाड़ी के महिला पुलिस थाने की एएसआई हीरामणि को निलंबित करने के आदेश सोमवार को जारी किए गए. शिकायत पर कार्रवाई करने में देरी और लापरवाही के आरोपों में उन्हें निलंबित किया गया है.’’ 

एसपी पद से दुग्गल का हुआ तबादला
इससे पहले, रेवाड़ी के एसपी पद से दुग्गल का तबादला कर दिया गया और राहुल शर्मा को जिले का नया एसपी बनाया गया है. पीड़िता के परिजन ने आरोप लगाया कि पुलिस उनकी शिकायत पर कार्रवाई करने में नाकाम रही और रेवाड़ी एवं महेंद्रगढ़ जिलों में अपनी इकाइयों के बीच अधिकार क्षेत्रों के मुद्दों का हवाला देकर कार्रवाई में देरी करती रही.

रेवाड़ी में दर्ज हुई थी एफआईआर
उन्होंने आरोप लगाया कि रेवाड़ी के महिला पुलिस थाने ने इस मामले में एक ‘‘जीरो एफआईआर’’ दर्ज करने के बाद कार्रवाई में देरी की और महेंद्रगढ़ पुलिस को तुरंत जांच सौंपने में नाकाम रही. सामूहिक बलात्कार कांड महेंद्रगढ़ पुलिस के अधिकार क्षेत्र में ही हुआ. ‘जीरो एफआईआर’ किसी भी पुलिस थाने में दर्ज की जा सकती है और बाद में इसे संबंधित पुलिस थाने को भेजा जा सकता है. 

सामूहिक बलात्कार कांड के बाद विपक्षी पार्टियों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से नैतिक आधार पर इस्तीफा मांगा है. इन पार्टियों का कहना है कि सरकार हरियाणा की बेटियों की हिफाजत में नाकाम साबित हुई है. कांग्रेस ने सोमवार को मांग की कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए. इस बीच, जिस गांव में युवती से सामूहिक बलात्कार हुआ, वहां के लोगों ने दावा किया कि घटनास्थल अवैध एवं आपराधिक गतिविधियों के लिए कुख्यात है. 

ग्रामीणों ने की आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग
एक ग्रामीण ने कहा, ‘‘हम मांग करते हैं कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए. लेकिन हमारा यह भी कहना है कि पुलिस गांव के किसी भी निर्दोष युवक को परेशान नहीं करे, क्योंकि कई युवकों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है.’’ दूसरी ओर, हरियाणा पुलिस की कुछ टीमें इस मामले के आरोपी पंकज और मनीष की गिरफ्तारी की कोशिशों में छापेमारी कर रही है. इस मामले में अब तक तीन लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. 

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