आतंकी साजिश नहीं था रोहिणी कोर्ट ब्लास्ट, DRDO साइंटिस्ट ने वकील से बदला लेने के लिए रचा था खौफनाक प्लान
Advertisement

आतंकी साजिश नहीं था रोहिणी कोर्ट ब्लास्ट, DRDO साइंटिस्ट ने वकील से बदला लेने के लिए रचा था खौफनाक प्लान

दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में हुए टिफिन ब्लास्ट का खुलासा हो गया है. दिल्ली पुलिस ने बताया कि ब्लास्ट की पूरी साजिश एक साइंटिस्ट ने वकील से बदला लेने के लिए रची थी.

रोहिणी कोर्ट ब्लास्ट. (फाइल फोटो)

नई दिल्लीः 9 दिसंबर को दिल्ली (Delhi) के रोहिणी कोर्ट (Rohini Court) के रूम नंबर 102 में हुए टिफिन बम ब्लास्ट (Tiffin Blast) के मामले को सुलझाते हुए दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल ने DRDO यानी डिफेन्स रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन के एक सीनियर साइंटिस्ट को गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस का दावा है कि इस बम विस्फोट के पीछे कोई आतंकी संगठन नहीं बल्कि आरोपी की एक वकील से आपसी रंजिश थी.

  1. रोहिणी कोर्ट ब्लास्ट का खुलासा
  2. डीआरडीओ के साइंटिस्ट ने ची थी साजिश
  3. वकील को मारना चाहता था साइंटिस्ट

साइंटिस्ट ने रची थी टिफिन ब्लास्ट की साजिश

पुलिस ने केंद्रीय संस्था डीआरडीओ में लेजर साइंस एंड टेक्नोलॉजी सेंटर के सीनियर साइंटिस्ट भारत भूषण कटारिया को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक कोर्ट रूम में हुए टिफिन ब्लास्ट के पीछे की वजह दरअसल दो पड़ोसियों का झगड़ा था. जिसकी वजह से साइंटिस्ट ने वकील को जान से मारने के मक़सद से ये बम बनाया और वकील के पीछे जाकर रख दिया था.

ये भी पढ़ेंः कराची में धमाके से तबाह हुआ प्राइवेट बैंक, 14 लोगों की मौत; 12 घायल

वकील से बदला चाहता था साइंटिस्ट 

दिल्ली पुलिस  कमिश्नर राकेश अस्थाना ने बताया कि साइंटिस्ट भारत भूषण कटारिया अशोक विहार इलाके में रहते हैं. उनकी ही बिल्डिंग में रोहिणी कोर्ट के वकील अमित वशिष्ठ भी रहते हैं. पिछले कई साल से इनके बीच कई मुद्दों पर झगड़ा चल रहा है. दोनों एक-दूसरे पर कई मुकदमे दर्ज करा चुके हैं, लेकिन साइंटिस्ट भारत भूषण वकील को सबक सिखाना की सोच ली थी. 

ऐसे तैयार किया बम

साइंटिस्ट ने अलग-अलग जगहों से बम बनाने का सामान खरीद कर IED बम असेंबल कर दिया. जांच में पता चला की ब्लास्ट रिमोट से किया गया था. IED के डेटोनेटर्स, एक्सप्लोसिव मेटेरियल को एनलाइज किया गया तो पता चला कि एक्सप्लोसिव मैटीरियल में ब्लास्ट नहीं हुआ था, बल्कि डेटोनेटर ही ब्लास्ट हुआ था. जिसके चलते नुकसान कम हुआ, वरना ज्यादा नुकसान हो सकता  था.

ये भी पढ़ेंः कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ और मजबूत होगा सुरक्षा तंत्र, पुलिसकर्मियों के लिए जारी हुई नई गाइडलाइंस

100 सीसीटीवी खंगालने के बाद साइंटिस्ट तक पहुंची पुलिस

ब्लास्ट की गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस ने 1000 गाड़ियों की जांच की. कोर्ट के अंदर और बाहर लगे 100 सीसीटीवी कैमरों की करीब 1000 घंटो की फुटेज को बारीकी से खंगाला गया. जिसके बाद पुलिस साइंटिस्ट के मंसूबे को भांप पाई और उसे गिरफ्तार किया जा सका.

LIVE TV

Trending news