आजाद भारत का 'गुलाम गांव': यहां आज तक नहीं फहराया गया तिरंगा, जानें क्या है वजह
Advertisement

आजाद भारत का 'गुलाम गांव': यहां आज तक नहीं फहराया गया तिरंगा, जानें क्या है वजह

भारत को अंग्रेजों से आजादी मिले 70 साल बीच चुके हैं. लेकिन देश में एक ऐसा भी गांव है, जहां आज तक कभी तिरंगा नहीं फहराया गया. यहां ना तो गणतंत्र दिवस मनाया जाता है और ना ही स्वतंत्रता दिवस. 

फाइल फोटो.

रोहित कुमार, नई दिल्ली. अंग्रेजी हुकूमत से देश को आजादी मिले 70 साल बीच चुके हैं. लेकिन देश में एक ऐसा भी गांव है, जहां आज तक एक भी बार तिरंगा नहीं फहराया गया है. यहां ना तो गणतंत्र दिवस मनाया जाता है और ना ही स्वतंत्रता दिवस. हरियाणा का एक गांव ऐसा है जो अपने आप को आज भी गुलाम मानता है. पढ़िए गुलामी की पूरी दासतान...

  1. हरियाणा का रोहनात गांव अपने आप को मानता है गुलाम
  2. अंग्रेजों ने पूरे गांव को नीलाम कर दिया था
  3. हरियाणा CM मनोहर लाल खट्टर यहां मनाएंगे गणतंत्र दिवस 

हरियाणा स्थित रोहनात गांव के लोग आज भी अपने आपको गुलाम मानते हैं. करीब 4200 की आबादी वाले इस गांव में आजादी के बाद से ना तो कभी गणतंत्र दिवस मनाया गया और ना ही स्वतंत्रता दिवस. दरअसल, अंग्रेजों ने रोहनात गांव में भी जलियांवाला बाग जैसा नरसंहार किया था. दरअसल, यहां के लोगों को 1857 के क्रांति में भाग लेने की खौफनाक सजा दी गई थी. 

अंग्रेजों ने ऐसे ढाए सितम
गांव में रहने वाले ओमप्रकाश शर्मा बताते हैं कि अंग्रेजों ने तोप चलाकर गांव को तबाह कर दिया. यहां के पुरुषों को बंदी बनाकर हांसी ले जाया गया. वहां उनपर रोड रोलर चलाकर उनकी हत्या कर दी गई. अपनी आबरू बचाने के लिए गांव की महिलाएं जिस कुएं में कूदी थीं और जिस बरगद के पेड़ पर गांव के नौजवानों को फांसी पर लटकाया गया था, वो कुआं और बरगद का पेड़ आज भी अंग्रेजों के दिए दर्द के गवाह के रूप में मौजूद हैं. ओमप्रकाश ने बताया कि पूरे गांव को सिर्फ 8100 रुपए में नीलाम कर दिया गया. वहीं नीलामी का दर्द ग्रामीण आज भी अपने आप में समेटे हुए है. 

गांव को कर दिया था नीलाम
गांव के सरपंच प्रतिनिधि रविंद्र बूरा ने कहा कि नीलामी के कुछ सालों बाद ग्रामीणों ने मेहनत के दम पर आस-पास की जमीन खरीद ली. लेकिन आज भी सरकारी रिकॉर्ड में रोहनात के साथ उन गांवों के नाम भी जुड़े है, जिन्होंने नीलामी में उसे खरीदा था. सरकारी रिकॉर्ड में दिक्कत के कारण विकास कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं.  

सरकार से भी नहीं मिली मदद
गुलामी की छाप से छुटकारा पाने के लिए यहां के लोगों ने सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाए. आश्वासन हर जगह मिले, पर काम नहीं बना. ग्रामिण दलबीर सिंह ने बताया कि सरकार ने बीड एरिया में प्लॉट देने की बात कही थी, लेकिन अभी तक कुछ नहीं मिला है.

रोहनात के लिए खास होगा गणतंत्र दिवस
आजादी के 70 सालों में देश के हर हिस्से में गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस मनाए जाते रहे है. लेकिन रोहनात में ऐसा कभी नहीं हुआ. लेकिन इस बार का गणतंत्र दिवस रोहनात के लिए खास रहेगा. दरअसल, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर यहां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहे है. गांव के दादी गौरी मंदिर के मैदान में समारोह होगा. ग्रामीणों को उम्मीद है कि उन्हें सरकार गुलामी के दर्द से आजादी मिलेगी.

Trending news