रूस की कोरोना वैक्सीन का भारत में जल्द शुरू होगा ट्रायल, स्वास्थ्य मंत्रालय ने की यह अपील
रूस की कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) स्पूतनिक-वी (Sputnik-V) का भारत में जल्द परीक्षण शुरू हो सकता है. भारतीय वैक्सीन की तरह ही रशियन वैक्सीन का भी उसी प्रक्रिया और प्रोटोकॉल के तहत ट्रायल किया जाएगा.
नई दिल्ली: रूस की कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) स्पूतनिक-वी (Sputnik-V) का भारत में जल्द परीक्षण शुरू हो सकता है. भारतीय वैक्सीन की तरह ही रशियन वैक्सीन का भी उसी प्रक्रिया और प्रोटोकॉल के तहत ट्रायल किया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि स्पूतनिक-वी का भारत में ट्रायल जल्द शुरू किया जा सकता है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, रूस ने इसे लेकर पहले भी कई तरह के दावे किये हैं, लेकिन तीसरे चरण का ट्रायल भारत में किया जाएगा. दिल्ली, मुम्बई, पुणे सहित देश के कई शहरों में यह ट्रायल होगा.
कई कुछ कंपनियों ने दिखाई दिलचस्पी
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल (VK Paul) ने बताया कि रशियन वैक्सीन के उत्पादन और संग्रहण के लिए रेगुलेटरी अथॉरिटी ने कंपनियों की तलाश शुरू कर दी गई है. कुछ कंपनियों ने इस दिशा में काम करने की दिलचस्पी दिखाई है, अब आगे की रणनीति तैयार की जा रही है. डॉक्टर पॉल ने बताया कि कोरोना वैक्सीन को लेकर भारत में तीन कंपनियां पहले से ट्रायल कर रही हैं. भारत बायोटेक और जाइड्स कैडिला के ट्रायल पहले और दूसरे चरण में हैं. इसके अलावा सीरम इंस्टीट्यूट ऑक्सफोर्ड वैक्सीन का तीसरे चरण का परीक्षण कर रहा है.
टेस्ट के मामले में हम नंबर-2
वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बार फिर लोगों से कोरोना (CoronaVirus) संक्रमण के लक्षण न छिपाने की अपील की है. मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि जिन लोगों को कोरोना के लक्षण नजर आते हैं, वे तुरंत इसकी सूचना दें ताकि समय पर इलाज मुहैया करवाया जा सके. सरकार ज्यादा से ज्यादा टेस्ट पर जोर दे रही है. इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि भारत में 5 करोड़ से ज्यादा टेस्ट करवाए गए हैं और इस मामले में केवल एक ही देश हमसे आगे है. हमने बीते एक सप्ताह में औसतन 10 लाख टेस्ट प्रतिदिन किये हैं.
महाराष्ट्र के सबसे बुरे हाल
स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक, टेस्टिंग बढ़ाने के बावजूद कुछ राज्यों में कोरोना के काफी मामले सामने आ रहे हैं. देश के कुल एक्टिव मामलों में महाराष्ट्र की हिस्सेदारी 27 फीसदी है. जबकि 5 राज्यों से 62 फीसदी एक्टिव केस हैं. हमारा रिकवरी रेट काफी अच्छा है, ठीक होने वालों की संख्या 33 लाख के पार हो गई है. राजेश भूषण ने कहा कि दूसरे देशों के मुकाबले भारत कोरोना से जंग को ज्यादा बेहतर तरीके से लड़ रहा है. हमारे यहां प्रति मिलियन 53 मौतों का रिकॉर्ड है, जबकि दुनिया में 115 है. देश के 62% मामले पांच राज्यों से आते हैं, जिनमें महाराष्ट्र की हिस्सेदारी 27%, आंध्र 11% , कर्नाटक 11%, यूपी 7% और तमिलनाडु की हिस्सेदारी 6% है. 14 राज्य ऐसे हैं जहां 5000 से भी कम मामले रिकॉर्ड किये गए हैं.
मौत का आंकड़ा नीचे लाने पर जोर
5 राज्य ऐसे हैं जहां COVID से मौत की दर सबसे ज्यादा है. महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित 38%, तमिलनाडु में 11%, कर्नाटक में 9%, आंध्र में 7%, यूपी में 6% लोगों की मौत हुई है. स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि भले ही संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हों, लेकिन हमारी कोशिश मृत्यु दर के ग्राफ को नीचे लाने की है.
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