सबरीमाला मंदिर केसः सुप्रीम कोर्ट में मंदिर बोर्ड ने मस्जिदों में महिलाओं की एंट्री का मुद्दा उठाया
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सबरीमाला मंदिर केसः सुप्रीम कोर्ट में मंदिर बोर्ड ने मस्जिदों में महिलाओं की एंट्री का मुद्दा उठाया

जस्टिस आर एफ नरीमन ने कहा कि 1950 में  संविधान लागू होने के बाद संविधानिक मूल्य ही एकमात्र कसौटी है जो किसी व्यक्ति की गरिमा और आजादी को तय करते है. 

फाइल फोटो

नई दिल्लीः केरल सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश की मांग के मामले की सुनवाई के दौरान मंदिर बोर्ड के वकील ने मस्जिदों में महिलाओं की एंट्री पर रोक का मुद्दा भी उठाया. मंदिर बोर्ड ने अपनी दलीलों के समर्थन में मस्जिदों में महिलाओं की पाबंदी का मामला उठाते हुए कहा कि अगर बीस धर्म है तो उनकी अपनी बीस परम्परायें भी है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 1950 में संविधान लागू होने के बाद देश मे जितने भी आस्था और विश्वास का मामला है उसे संविधान के दायरे में देखा जाएगा. वहीं मंदिर की देखरेख करने वाले देवासम बोर्ड ने कहा कि किसी भी मस्जिद में महिलाओं का प्रवेश नही है अगर मामले को संवैधानिक सिद्धातों पर परख जाएगा तो फिर पेंडोरा बॉक्स खुलेगा.

सबरीमाला मंदिर में महिलाओं को जाने की इजाज़त को ले कर आज मंदिर बोर्ड की तरफ आस्था का सवाल उठाया गया. बोर्ड के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि किसी भी धार्मिक स्थल का संचालन परंपरा और आस्था के हिसाब से होता है.कोर्ट किसी सम्प्रदाय विशेस की हिंदू परम्परा को इस तरह से  खत्म नही कर सकता. 

जस्टिस आर एफ नरीमन ने कहा कि 1950 में  संविधान लागू होने के बाद संविधानिक मूल्य ही एकमात्र कसौटी है जो किसी व्यक्ति की गरिमा और आजादी को तय करते है. जस्टिस नरीमन ने मंदिर बोर्ड के हलफनामें पर सवाल उठाते हुए कहा कि महिलाओ की एंट्री पर पाबन्दी इसलिए है क्योंकि महावरी के चलते उन्हें अपवित्र माना जाता है, लेकिन हलफनामे में इसका जिक्र नहीं है.

बोर्ड की वकील ने कोर्ट को एक लिस्ट दी जिस में दस ऐसे मंदिर का ज़िक्र है जहां पुरुष या महिला के जाने पर रोक है.सबरीमाला मन्दिर में महिलाओं की एंट्री के मसले पर सुनवाई के दौरान आज मन्दिर बोर्ड की ओर से आज SC को ऐसे कुछ धार्मिक स्थानों की सूची दी गई जिनमे  महिलाओं या पुरषों के प्रवेश पर रोक है. इन धार्मिक स्थानों पर कुछ समय या फिर  विशेष हालातों में महिलाओं / पुरषों की एंट्री पर बैन है

सूची के मुताबिक जिन मंदिरों में पुरुषों का प्रवेश वर्जित है-
*राजस्थान के पुष्कर में भगवान ब्रह्मा का मन्दिर
*केरल में अट्टकुल मन्दिर,
*भगती मां मन्दिर, कन्याकुमारी
*चक्कूलाथुकाव मन्दिर केरल
* माता मंदिर, मुजफ्फरपुर में  पुरुषों के प्रवेश पर मनाही है

महिलाओ के  प्रवेश पर रोक है उन धार्मिक स्थलों में
*भगवान कार्तिकेय मन्दिर पुष्कर
*पतबउसी सत्रा असम
*भवानी दीक्षा मंडलम , विजयवाड़ा
*निजामुद्दीन दरगाह
*मंगल चंडी मन्दिर, बोकारो, झारखंड

इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में कल भी सुनवाई जारी रहेगी.

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