एनसीपी नेता रामराजे निंबालकर और शेखर गोरे के बीच का टकराव इस कार्यकर्ता शिविर में दिखा.
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तुषार तपासे. सतारा: लोकसभा चुनाव जैसै नजदीक आ रहे हैं एनसीपी का अंतर्कलह अब खुलकर सामने आने लगा है. सातारा जिले के फलटण में शुक्रवार को एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार कार्यकर्ता शिविर में भाषण दे रहे थे कि एनसीपी के दो गुट आपस में भिड़ गए. एनसीपी नेता रामराजे निंबालकर और शेखर गोरे के बीच का टकराव इस कार्यकर्ता शिविर में दिखा. एनसीपी के स्थानीय नेता शेखर गोरे के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया. वो भी एनसीपी प्रमुख के सामने. शरद पवार को अपना भाषण रोककर कार्यकर्ताओं से शांत रहने की अपील करनी पडी. आखिरकार पुलिस ने शांत कराया.
सातारा जिले का फलटण और माण-खटाव विधानसभा चुनाव क्षेत्र माढा लोकसभा संसदीय क्षेत्र मे आते हैं. माण-खटाव विधानसभा क्षेत्र सें शेखर गोरे एनसीपी का टिकट चाहते हैं. वही एनसीपीसे हाल ही में जुड़े पूर्व प्रशासनिक अधिकारी प्रभाकर देशमुख सें शेखर गोरे नाराज हैं. प्रभाकर देशमुख का पार्टी में बढ़ते कद से शेखर गोरे नाराज चल रहे हैं. वहीं, रामराजे निंबालकर गुट सें भी उनकी नाराजी खुलकर सामने आई है.
माढा संसदीय क्षेत्र सें चुनाव लड़ने को लेकर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार कार्यकर्ता शिबिर ले रहे हैं सातारा के इन दो विधानसभा चुनाव क्षेत्रो के कार्यकर्ताओं से संवाद करने वह आज फलटण आए थे. माढा संसदीय क्षेत्र में अपनी दावेदारी को मजबूत करने में जुटे शरद पवार के लिए एक मुश्किल भरा समय था. वह मंच पर भाषण कर रहे थे और उनके ही पार्टी कें कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए.
नाराज स्थानीय नेता शेखर गोरे का कहना है कि उनका एनसीपी में कोई अहमियत नहीं रही. उन शरद पवार के पास अपनी बात तक रखने नही दिया जाता था जिससे वह नाराज है. वहीं, 2014 के मोदी लहर में जीत दर्ज करने वाले माढा से एनसीपी के मौजूदा सांसद विजय सिंह मोहिते पाटिल का टिकट कट गया है.
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार खुद माढा सें चुनाव लडने वाले हैं जिससे विजय सिंह मोहिते पाटिल के कार्यकर्ता भी शुरुआत में नाराज बताया जा रहे थे. फलटण के मंच पर विजय सिंह मोहिते पाटील का ना दिखना भी अपने आप में सवाल खड़ा करता है.
सोलापूर और सातारा इन दो जिलो में माढा लोकसभा क्षेत्र बटा हुआ है. इसी कारण 2009 को शरद पवार ने यहां से चुनाव लड़कर जीत दर्ज की थी. 2014 में यह सीट उन्होंने विजय सिंह मोहिते पाटिल के लिए छोड़ी थी. अब शरद पवार फिर माढा सें मैदान में उतरवे वाले है लेकिन एनसीपी का अंतर्कलह उनके लिए अब चुनौती बनी है.