कानपुर में दलित युवक की पिटाई के मामले में UP सरकार को नोटिस, National SC Commission ने मांगा जवाब
उत्तर प्रदेश (UP) के कानपुर देहात (Kanpur Dehat) में दलित (Dalit) युवक को पेड़ से बांधकर पीटने का मामला तूल पकड़ गया है. इस मामले का राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने भी संज्ञान लिया है.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश (UP) के जिला कानपुर देहात (Kanpur Dehat) के एक गांव में दलित (Dalit) युवक को न सिर्फ पेड़ से बांधकर पीटा गया, बल्कि उसे अमानवीय यातनाएं भी दी गईं. इसका संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.
युवती से मिलने पहुंचे युवक की पिटाई
आयोग को प्राप्त सूचना के अनुसार अकबरपुर क्षेत्र के एक गांव में युवती से मिलने पहुंचे प्रेमी को परिजनों ने पकड़ लिया. इसके बाद उसे पेड़ में गमछे से बांध दिया और डंडे से जमकर मारा. साथ ही तख्त पर भी लिटाकर पीटा गया. डंडे से उसके गुप्तांग पर वार किया गया. घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया.
आयोग ने यूपी सरकार को जारी किया नोटिस
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (National Commission for Scheduled Castes) ने उत्तरप्रदेश सरकार के मुख्य सचिव, उत्तरप्रदेश पुलिस के डीजीपी एवं कानपुर देहात के डीएम व एसएसपी को नोटिस जारी किया है. साथ ही मामले में जांच कर एक्शन टेकन रिपोर्ट आयोग के समक्ष तुरंत फैक्स या फिर ई-मेल के जरिए भेजने का निर्देश दिया है.
एनसीएससी चेयरमैन विजय सांपला (Vijay Sampla) ने कहा कि, भारत के अनुसूचित वर्ग को देश के संविधान द्वारा दिए गए अधिकारों को सुनिश्चित करना आयोग के चेयरमैन के नाते मेरा कर्तव्य है.
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अफसरों को दी कार्रवाई की चेतावनी
आयोग के चेयरमैन विजय सांपला (Vijay Sampla) ने चेतावनी दी कि जिन अफसरों को आयोग ने नोटिस जारी किया गया है. अगर उन्होंने तुरंत जवाब नहीं दिया तो आयोग के बायलाज की धारा 338 के तहत मिली सिविल कोर्ट की पावर का इस्तेमाल किया जाएगा. इस धारा के तहत संबंधित अफसरों को व्यक्तिगत तौर पर आयोग के सामने पेश होने का सम्मन दिया जा सकता है.
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