CAA पर सियासत जारी, कोलकाता फेस्ट में शशि थरूर ने कहा- सरकार ही 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' है
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CAA पर सियासत जारी, कोलकाता फेस्ट में शशि थरूर ने कहा- सरकार ही 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' है

 साहित्य समारोहों में भी नागरिकता कानून पर सियासत जारी है. कोलकाता फेस्ट में गुरुवार को कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि सरकार ही टुकड़े-टुकड़े गैंग है जो देश को टुकड़ों-टुकड़ों में बांट रही है.

थरूर ने निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी की प्राथमिकता विकास नहीं है, बल्कि हिंदू राष्ट्र बनाना है.

नई दिल्ली: साहित्य समारोहों में भी नागरिकता कानून (citizenship Amendment Act) पर सियासत जारी है. कोलकाता फेस्ट में गुरुवार को कांग्रेस नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने कहा कि सरकार ही टुकड़े-टुकड़े गैंग है जो देश को टुकड़ों-टुकड़ों में बांट रही है. थरूर ने नागरिकता कानून के खिलाफ कुछ राज्यों से प्रस्ताव प्रस्ताव को राजनीतिक कदम बताते हुए कहा कि नागरिकता देने में राज्यों को कोई भूमिका नहीं है. 

थरूर ने निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी की प्राथमिकता विकास नहीं है, बल्कि हिंदू राष्ट्र बनाना है. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार विकास की मानसिकता के साथ काम नहीं कर रही है. थरूर ने सवालिया लहजे में कहा, "क्या धर्म के आधार पर राष्ट्रीयता तय होनी चाहिए? महात्मा गांधी ने भारत को धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बनाया जबकि पाकिस्तान एक इस्लामिक राष्ट्र बना. हमारा संविधान सभी को समानता का अधिकार देता है. संविधान, धर्म आधारित नागरिकता के विचार को खारिज करता है. देश में पहली बार धर्म को नागरिकता के लिए आधार बनाया गया है और एक धर्म के लोगों को इससे बाहर किया गया है." 

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दावा करते हुए कहा, "अब यह साबित करने की जिम्मेदारी हमारे ऊपर आ गई है कि हम भारतीय हैं." आर्थिक मोर्च की चर्चा करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, "बीजेपी ने अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया है. बड़े पैमाने पर बेरोजगारी है, किसान आत्महत्या कर रहे हैं." 

नंदिता दास भी आईं सीएए और एनआरसी के विरोध में
सीएए और एनआरसी के विरोध में नंदिता दास भी आ गई हैं. जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (Jaipur Literature Festival) में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने खुलकर सीएए और एनआरसी का विरोध किया. उन्होंने कहा कि इसके विरोध में देश के स्टूडेंट्स ने आवाज उठाई है और इस मामले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.

नंदिता दास ने कहा कि यह एक ऐसा कानून है, जिसके जरिये आपसे भारतीय होने का सूबत मांगा जा रहा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली की तरह शाहीन बाग हर जगह बन रहे है. उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी इतनी बढ़ गई है, जो पहली कभी नही थी. साथ ही देश की आर्थिक हालत में बदतर होते जा रहे है. उन्होने कहा कि देश में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब धर्म के नाम पर लोगों को विभाजित किया जा रहा है.

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