जापानी पीएम शिंजो अबे आज मोदी संग बनारस में करेंगे महाआरती
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जापानी पीएम शिंजो अबे आज मोदी संग बनारस में करेंगे महाआरती

भारत-जापान के रिश्तों को नई ऊंचाई देने के लिए शनिवार दोपहर बाद जापानी प्रधानमंत्री शिंजो अबे अपने भारतीय समकक्ष नरेन्द्र मोदी के साथ काशी आ रहे हैं। दोनों प्रधानमंत्रियों के स्वागत के लिए देश की सांस्कृतिक व धार्मिक राजधानी काशी सज-धज कर तैयार है। इससे पहले नई दिल्ली में दोनों देश भारत में बुलेट रेल प्रणाली की स्थापना के 98,000 करोड़ रुपए के एक करार समते कुछ अन्य समझौते पर दस्तखत कर सकते हैं। 

जापानी पीएम शिंजो अबे आज मोदी संग बनारस में करेंगे महाआरती

नई दिल्ली/वाराणसी : भारत-जापान के रिश्तों को नई ऊंचाई देने के लिए शनिवार दोपहर बाद जापानी प्रधानमंत्री शिंजो अबे अपने भारतीय समकक्ष नरेन्द्र मोदी के साथ काशी आ रहे हैं। दोनों प्रधानमंत्रियों के स्वागत के लिए देश की सांस्कृतिक व धार्मिक राजधानी काशी सज-धज कर तैयार है। इससे पहले नई दिल्ली में दोनों देश भारत में बुलेट रेल प्रणाली की स्थापना के 98,000 करोड़ रुपए के एक करार समते कुछ अन्य समझौते पर दस्तखत कर सकते हैं। 
 
जापानी शहर क्योटो की तरह काशी के धरोहरों को संजोने, ट्रैफिक व्यवस्था और बुनियादी ढांचा सुधारने पर बातचीत के आगे बढ़ने की उम्मीद है। बाबतपुर एयरपोर्ट से दशाश्वमेध घाट तक स्वागत और सुरक्षा का अभूतपूर्व इंतजाम किया गया है। सुरक्षा के लिए थल, वायु एवं नौ सेना का भी सहयोग लिया गया है।
 
करीब साढे चार घंटे की 'काशी यात्रा' की शुरुआत शनिवार शाम 4 बजकर 25 मिनट पर शुरू होगी। शिंजो के स्वागत में एयरपोर्ट से होटल गेटवे के बीच करीब 22 किमी के सफर में रास्ते के दोनों छोर पर स्कूली बच्चे भारत-जापान के झंडे लहराते दिखेंगे। दशाश्वमेध घाट पर देव दीपावली की तरह भव्य गंगा आरती होगी। देशी-विदेशी फूलों की सुगंध घाट पर बिखरेगी। सीढ़ियों पर रेड कारपेट बिछाया गया है।
 
सेना के इंजीनियरों ने गंगा में तैरने वाले मंच पर दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल के बैठने की व्यवस्था की गई है। करीब एक घंटे तक घाट पर रहने के बाद दोनों पीएम होटल गेटवे के नदेसर पैलेस में शहर के चुनिंदा लोगों से मुलाकात करेंगे। दोनों देशों के डेढ़ सौ से अधिक प्रतिनिधि भी काशी आ रहे हैं। 

इस यात्रा में एशिया की इन दो प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच तालमेल बिठाने और विशेष रणनीतिक संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने पर विशेष ध्यान होगा। भारत-जापान के बीच 9वीं सालाना शिखर बैठक होगी। इसमें मोदी और जापानी प्रधानमंत्री पिछले एक साल में खास कर व्यापार और निवेश के क्षेत्र में लिए गए द्विपक्षीय निर्णयों पर प्रगति की समीक्षा करेंगे। जापानी पीएम अबे दिल्ली में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मिलेंगे। वह भारत-जापान नवोन्मेष संगोष्ठी में भाग लेने के अलावा उद्यमियों के एक समूह से भी बातचीत करेंगे।

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