बालासाहेब की कसम खाकर कहते हैं कि 50-50 फॉर्मूला तय हुआ था, हम झूठ नहीं बोल रहे: शिवसेना
अमित शाह ने गुरुवार को कहा था कि चुनाव पूर्व शिवसेना के साथ ऐसा कोई डील नहीं हुई थी. इस पर शिवसेना नेता संजय राउत ने आज प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि ये डील हुई थी और CM का पद शेयर करने की बात को PM मोदी से छुपाया गया
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मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra Assembly Elections 2019) में बीजेपी और शिवसेना के बीच 50-50 फॉर्मूले पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की प्रतिक्रिया के बाद शिवसेना ने अपनी बात रखी. अमित शाह ने गुरुवार को कहा था कि चुनाव पूर्व शिवसेना के साथ ऐसा कोई डील नहीं हुई थी. इस पर शिवसेना नेता संजय राउत ने आज प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि ये डील हुई थी और CM का पद शेयर करने की बात को PM मोदी से छुपाया गया. संजय राउत ने कहा कि कोई शिवसेना और पीएम मोदी के बीच में खाई पैदा कर रहा है... जल्द ही वो चेहरे सामने आ जाएंगे.
संजय राउत ने कहा, "सारी सभाओ में पीएम मोदी भी कहते थे कि फडणवीस मुख्यमंत्री होंगे. सारी सभा में उद्धव कहते थे कि शिवसेना का CM होगा. तब अमित शाह कैसे बोल सकते हैं कि बात नहीं हुई...राजनीति में इतनी नैतिकता होनी चाहिए. मोदी ने कहा कि फिर फडणवीस मुख्यमंत्री बनेंगे. प्रधानमंत्री के रुतबे का हमने मान रखा. अगर बंद कमरे में जो बात हुई , उसके बारे में अमित शाह ने पीएम मोदी को नहीं बताया. हमने पीएम मोदी के नाम पर वोट मांगा. मोदी देश के सबसे बड़े नेता हैं. हम मोदी की बाकी भाजपाईयों और जनता की तरह इज्जत और प्रेम करते हैं. बंद कमरे की बात बाहर नहीं आनी चाहिए. अगर तय हुआ और नहीं माना गया तो बात बाहर आएगी. जो बातें तय हुई हैं, उनको मान जाते और मोदी तक ले जाते तो बड़े दिल के मोदी मान जाते और बात यहां तक नहीं ले जाते. ये जो बंद कमरा था वो सामान्य कमरा नहीं था. ये बालासाहेब ठाकरे का कमरा था. उसी कमरे से बालासाहेब ने हिंदुत्व और मोदी को आशीर्वाद दिया था. उसी कमरे में उद्धव-शाह की चर्चा हुई. वो कमरा हमारे लिए मंदिर है. अगर कोई कहता है कि उस मंदिर में झूठ बोला गया तो ये बालासाहेब और महाराष्ट्र का अपमान है. हम बालासाहेब की कसम खाकर कहते हैं कि हम झूठ नहीं बोल रहे हैं."
इसके साथ ही संजय राउत ने चेतावनी देने के लहजे में कहा, "हमें अपने रास्ते पर छोड़ दीजिये. हमें डराने-धमकाने की कोशिश मत कीजिये. हम पर कोई असर नहीं होगा. हम मरेंगे मगर जो हमें डरायेगा हम उसे भी मिटायेंगे."
राष्ट्रपति शासन के पीछे की 'अदृश्य शक्ति' को शिवसेना की चेतावनी
इसके साथ ही शिवसेना ने अपने अखबार के संपादकीय के जरिये बीजेपी और राज्यपाल पर हमला बोला और चेतावनी भी दी है. शिवसेना ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रपति शासन के जरिये इस तरह से सत्ता को संघ परिवार यानी की बीजेपी के हाथों में रखा गया है. शिवसेना के मुताबिक़ राष्ट्रपति शासन की पटकथा पहले ही लिख ली गई थी और कोई अदृश्य शक्ति इसका संचालन कर रही थी. सामना के समादकीय के पेश हैं कुछ अंश:
- "राज्य में राष्ट्रपति शासन का सिलबट्टा घुमा दिया गया है और इस पर कोई घड़ियाली आंसू बहाए तो उसे एक ‘स्वांग’ के रूप में देखा जाना चाहिए. मुख्यमंत्री श्री फडणवीस राष्ट्रपति शासन को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए व्यथित हैं. मुख्यमंत्री ने चिंता व्यक्त की है कि राजनीतिक अस्थिरता के कारण महाराष्ट्र में होनेवाले निवेश पर विपरीत परिणाम होगा. ये उनका मिथ्या विलाप है."
- "महाराष्ट्र पर जो राष्ट्रपति शासन का सिलबट्टा घुमाया गया है उसकी पटकथा पहले से ही लिखी जा चुकी थी."
- "राष्ट्रपति शासन लगने से महाराष्ट्र की सत्ता परिवार में ही रह गई. इसलिए अस्ताचल सरकार के लोग खुश हैं ये उनके आनंदयुक्त चेहरे को देखकर साफ दिखता है."
- "जो शिवसेना के साथ हुआ वही राष्ट्रवादी कांग्रेस के साथ भी हुआ. राष्ट्रवादी कांग्रेस को सत्ता स्थापना के लिए रात साढ़े 8 बजे तक की मोहलत दी गई थी. लेकिन थोड़ी मोहलत बढ़ाने और रात ‘साढ़े 8’ की बात तो छोड़िए दोपहर में ही राज्यपाल ने राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर डाली. कम-से-कम आपने जो समय दिया था तब तक तो रुक जाते लेकिन मानो कोई ‘अदृश्य शक्ति’इस खेल को नियंत्रित कर रही थी और उसके आदेशानुसार ही सारे निर्णय लिए जा रहे थे."
- "हम सुलगते अंगारों पर चलने वाले लोग हैं. ये अंगारे बुझे हुए कोयले नहीं हैं. अंगारों से मत खेलो. लेकिन कोयला समझकर अंगारों को हाथ में लोगे तो जलोगे ही और मुंह भी काला कर लोगे. हम किसी भी प्रकार के संघर्ष के लिए तैयार हैं."
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