शुक्रवार को पार्टी के प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता संजय राउत ने इसे पूरी पार्टी की भावना बताया और साफ कहा कि दोनों पार्टियों के बीच रिश्ते बिल्कुल ठीक नहीं है.
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नई दिल्ली : महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के बीच रिश्तों में काफी दरार बढ़ गई है. हालात गठबंधन टूटने के कगार पर हैं, जिसका इशारा गुरुवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने अहमदनगर जिले की एक रैली में दिया. उन्होंने कहा कि वह एक साल के भीतर देवेंद्र फडणवीस की सरकार से अलग हो जाएंगे.
उनके इस बयान के बाद शुक्रवार को पार्टी के प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता संजय राउत ने इसे पूरी पार्टी की भावना बताया और साफ कहा कि दोनों पार्टियों के बीच रिश्ते बिल्कुल ठीक नहीं है. संजय राउत ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा कि 'उन्होंने जो कहा इससे पहले इसे उद्धव ठाकरे द्वारा पार्टी के सामने रखा जा चुका है. यह पूरी पार्टी की भावना है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि दोनों पार्टियों के बीच रिश्ते ठीक नहीं हैं. हम उनके साथ राज्य सरकार में बैठे हैं, लेकिन सरकार हमारी नहीं है'.
दरअसल, गुरुवार को महाराष्ट्र सरकार में बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने एक बार से गठबंधन तोड़ने की धमकी दी. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, शिवसेना ने गुरुवार को कहा कि वह एक साल के भीतर बीजेपी नीत महाराष्ट्र सरकार छोड़ देगी. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने अहमदनगर जिले की एक रैली में कहा कि वह एक साल के भीतर देवेंद्र फडणवीस की सरकार से अलग हो जाएंगे. आदित्य के इस बयान के मायने देखें तो लगता है कि शिवसेना 2019 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने के मूड में है. सरकार में सहयोगी होने के बावजूद मुंबई नगरीय निकाय चुनाव में भी बीजेपी और शिवसेना ने अलग-अलग भाग्य आजमाया था.
बीजेपी के साथ तल्ख रिश्ते साझा कर रही शिवसेना इससे पहले भी एनडीए सरकार से बाहर होने की कई बार धमकी दे चुकी है. यहां से 240 किलोमीटर दूर अहमदनगर जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए शिवसेना की युवा इकाई युवा सेना के प्रमुख आदित्य ठाकरे ने कहा कि गठबंधन से हटने के बाद शिवसेना अपने बल पर सत्ता में वापस आएगी. उन्होंने कहा, शिवसेना एक वर्ष में सरकार छोड़ देगी और अपने बल पर सत्ता में वापस आएगी. पार्टी सरकार कब छोड़ेगी इसका निर्णय (शिवसेना अध्यक्ष) उद्धव ठाकरे करेंगे. महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 2019 में होगा.