मुख्यमंत्री जी ने हमसे गोरखपुर जाकर स्थिति का जायजा लेने के लिए कहा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया गया है. दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि 9 अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज का दौरा किया था. इस दौरान किसी ने भी मुख्यमंत्री को ऑक्सीजन की कमी होने की जानकारी नहीं दी. सभी ऑक्सीजन सप्लाई का मुद्दा देख रहे हैं. लेकिन इस बार भी बच्चों की मौत अलग-अलग कारणों से हुई है.
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नई दिल्ली : गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज (BRD Medical College) में दो दिन में 33 बच्चों की मौत होने के बाद शनिवार दोपहर करीब 3.30 बजे उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने सरकार का पक्ष रखा. बच्चों की मौत होने की खबर आने के बाद विपक्ष लगातार सरकार पर इस हादसे के लिए आरोप लगा रहा है, इस बीच स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने मीडिया के सामने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि बच्चों की मौत बहुत संवेदनशील घटना है. घटना पर दुख प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि पूरे मामले पर मुख्यमंत्री ने विस्तार से चर्चा की. मेरी और चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन की मुख्यमंत्री जी से मामले पर बातचीत हुई है.
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मुख्यमंत्री जी ने हमसे गोरखपुर जाकर स्थिति का जायजा लेने के लिए कहा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया गया है. दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि 9 अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज का दौरा किया था. इस दौरान किसी ने भी मुख्यमंत्री को ऑक्सीजन की कमी होने की जानकारी नहीं दी. सभी ऑक्सीजन सप्लाई का मुद्दा देख रहे हैं. लेकिन इस बार भी बच्चों की मौत अलग-अलग कारणों से हुई है.
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उन्होंने कहा कि अगस्त में हर साल बच्चों की मौत होती है. अस्पताल में नाजुक बच्चे आते हैं. साल 2014 में 567 बच्चों की मौत हुई. 2015 में भी 668 बच्चों की मौत हुई है. बीआरडी अस्पताल में हर रोज 17-18 मौतें होती हैं. एक बच्चे का लीवर फेलियर भी था. सिद्धार्थ नाथ बोले, एक दिन में 30 बच्चों की मौत चौंकाने वाली है. अस्पताल में सिर्फ दो घंटे के लिए ऑक्सीजन की कमी हुई थी.
PM is constantly monitoring situation in #Gorakhpur. He is in constant touch with authorities from the Central & UP Governments, tweets PMO
— ANI (@ANI) August 12, 2017
मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूरे मामले पर नजर बनी हुई है. राज्य सरकार ने हादसे के बाद कार्रवाई करते हुए बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया है. इसके अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने राज्य प्रशासन से इस घटना की रिपोर्ट मांगी है. राज्य मंत्री (स्वास्थ्य) अनुप्रिया पटेल को तुरंत अस्पताल का दौरा करने का निर्देश दिया है.
#WATCH Press Conference of Uttar Pradesh Health Minister Siddharth Nath Singh from #Gorakhpur https://t.co/TLy5nTm0hx
— ANI (@ANI) August 12, 2017
गौरतलब है कि गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज में 63 बच्चों की मौत का मामला सामने आया है. इसमें से 33 बच्चों की जान पिछले दो दिन में गई है. जिलाधिकारी राजीव रौतेला ने शुक्रवार को 30 बच्चों की मौत होने की बात कही थी. रौतेला ने पिछले दो दिन में हुई मौतौं का ब्योरा देते हुए बताया था कि 'नियो नेटल वार्ड' में 17 बच्चों की मौत हुई जबकि 'एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिन्ड्रोम यानी एईएस' वार्ड में पांच तथा जनरल वार्ड में आठ बच्चों की मौत हुई है.
इस हादसे के बाद विपक्ष ने राज्य सरकार को निशाने पर लिया है. कांग्रेस ने घटना के लिए राज्य सरकार पर हमला बोला और कहा कि इस दुखद घटना के लिए पूरी तरह से सरकार जिम्मेदार है. गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह राज्य सरकार की नाकामी का नतीजा है. मुख्यमंत्री को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पीडि़त परिवारों को 20-20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की बात कही है.