इस्लामी धर्मगुरुओं के 'फतवे' से बेखौफ नाहिद आफरीन ने कहा, गाना कभी नहीं छोड़ूंगी
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इस्लामी धर्मगुरुओं के 'फतवे' से बेखौफ नाहिद आफरीन ने कहा, गाना कभी नहीं छोड़ूंगी

इस्लामी धर्मगुरओं के एक समूह ने ‘फतवा’ जारी कर असम की एक प्रतिभाशाली किशोरी गायिका को किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रस्तुति देने से मना किया है. हालांकि इससे बेपरवाह गायिका ने बुधवार (15 मार्च) को कहा कि वह ऐसी किसी भी धमकी से डरने वाली नहीं है.

असम की किशोरी गायिका नाहिद आफरीन। (फाइल फोटो)

गुवाहाटी: इस्लामी धर्मगुरओं के एक समूह ने ‘फतवा’ जारी कर असम की एक प्रतिभाशाली किशोरी गायिका को किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रस्तुति देने से मना किया है. हालांकि इससे बेपरवाह गायिका ने बुधवार (15 मार्च) को कहा कि वह ऐसी किसी भी धमकी से डरने वाली नहीं है.

असम में अपनी तरह के इस पहले मामले में जारी ‘फतवे’ में इंडियन आइडल जूनियर के वर्ष 2015 के संस्करण की उप विजेता 16 वर्षीय नाहिद आफरीन को 25 मार्च को होने वाले एक संगीत कार्यक्रम से दूर रहने के लिए कहा गया है. इसमें दावा किया गया है कि यह कार्यक्रम ‘शरिया के विरुद्ध’ है.

सीएम सोनोवाल ने की निंदा:  
मध्य असम के होजई और नागांव जिले में मंगलवार (14 मार्च) को बड़ी संख्या में बांटे गये पर्चे के माध्यम से यह ‘फतवा’ जारी किया गया. असम के मुख्यमंत्री सर्वानन्द सोनोवाल ने ‘फतवे’ की निंदा करते हुए पुलिस से गायिका को सुरक्षा उपलब्ध कराने को कहा है.

सोनोवाल ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘कला और संस्कृति के खिलाफ इस तरह के आदेश अस्वीकार्य हैं और यह किसी के सांस्कृतिक अधिकारों की स्वतंत्रता के उल्लंघन के बराबर है.’’ असमी में प्रकाशित पर्चे में 46 उलेमाओं, संगठनों और व्यक्तियों के नाम हैं. इसमें 16 वर्षीय नाहिद को मनोरंजन कार्यक्रमों से यह कहते हुए दूर रहने को कहा गया है कि इस तरह के कार्यक्रम भविष्य की पीढ़ियों को ‘भ्रष्ट’ बनाएंगे.

पर्चे में कहा गया है, ‘‘जादू, नृत्य, नाटक, थियेटर इत्यादि शरिया नियमों के विरुद्ध हैं. संगीत से जुड़े शो भी शरिया नियमों के खिलाफ है और भविष्य की पीढ़ियां इससे भ्रष्ट होंगी.’’ इसमें कहा गया है, ‘‘मस्जिदों, ईदगाह, मदरसों और कब्रिस्तान के आसपास के इलाकों में म्यूजिकल नाइट जैसे शरिया विरोधी कार्यक्रमों के आयोजन से हमारी भावी पीढ़ियों पर अल्लाह का कहर नाजिर होगा.’’ 

नाहिद ने कहा, गाना कभी नहीं छोड़ूंगी:
‘फतवा’ के बारे में जानकारी मिलने पर गायिका की आंखें भर आईं और उसने कहा, ‘‘मैं इसको लेकर अवाक हूं.’’ इसके बाद वह थोड़ी संभली और कहा, ‘‘मेरे ख्याल से संगीत अल्लाह की देन है. मैं इस तरह की चेतावनी के समक्ष झुकने वाली नहीं हूं और गाना कभी नहीं छोड़ूंगी.’’ पचरें का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने कहा कि वह मामले की जांच कर रही है. 

मुहैया कराई जाएगी सुरक्षा:
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस बात का पता लगाया जा रहा है कि हाल में जारी ‘फतवा’ आतंकवाद और इस्लामिक स्टेट के खिलाफ नाहिद के हालियां गानों की प्रतिक्रिया में तो नहीं है. उन्होंने कहा कि नाहिद और उनके परिवार को सुरक्षा मुहैया करायी जाएगी.

असम के मुख्यमंत्री सर्वानन्द सोनोवाल ने भी नाहिद को खतरे से जुड़ी खबरों के मद्देनजर उन्हें फोन करके सुरक्षा का आश्वासन दिया है. इस बीच नाहिद की मां ने कहा कि 25 मार्च के संगीत कार्यक्रम के आयोजकों ने परिवार से कहा है कि फतवा के कारण कार्यक्रम रद्द नहीं किया जा रहा है.

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