अहमदाबाद की एक अदालत ने गत सोमवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे की कंपनी को लेकर प्रकाशित पोर्टल के लेख पर आधारित खबरों के प्रकाशन या प्रसारण से रोक लगा दी.
Trending Photos
नई दिल्ली: राहुल गांधी के अमित शाह के बेटे को लेकर प्रधानमंत्री और बीजेपी पर हमले का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने ट्विटर पर लिखा, ''जो शख्स खुद जमानत पर है, वह कोर्ट का मखौल उड़ा रहा है. लगे रहे भाई, गुजरात फिर भी हारोगे. नया साल मुबारक''. दरअसल शुक्रवार को ही गुजरात नव वर्ष का आरंभ भी हुआ है. इसी संदर्भ में नए साल की मुबारकवाद भी दी गई.
A person out on bail mocks the courts. Lage raho Bhai Gujarat phir bhi haroge Saal Mubarak https://t.co/WQJI9i1NaH
— Smriti Z Irani (@smritiirani) October 20, 2017
उससे पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे की कंपनी से जुड़े विवाद को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर एक बार फिर हमला किया और प्रधानमंत्री की ही शैली में उन पर व्यंग्य किया.
मित्रों, शाह-जादे के बारे में ना बोलूंगा, ना बोलने दूंगाhttps://t.co/y9QlHFHFHS
— Office of RG (@OfficeOfRG) October 20, 2017
उन्होंने वेब पोर्टल 'द वायर' के खिलाफ भाजपा अध्यक्ष के बेटे जय शाह की तरफ से दायर आपराधिक मानहानि के मामले पर लगी अहमदाबाद की एक अदालत की अंतरिम रोक की तरफ इशारा करते हुए ट्विटर पर लिखा, ''मित्रों, शाह-जादा के बारे में ना बोलूंगा, ना बोलने दूंगा.'' राहुल ने उसके साथ एक खबर भी टैग की जिसमें अदालत की तरफ से लगाई गई रोक के बारे में लिखा गया था.
अहमदाबाद की एक अदालत ने गत सोमवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे की कंपनी को लेकर प्रकाशित पोर्टल के लेख पर आधारित खबरों के प्रकाशन या प्रसारण से रोक लगा दी. इस मुद्दे पर पीएम मोदी की ''चुप्पी'' पर कांग्रेस और राहुल दोनों लगातार सवाल उठा रहे हैं. लेख प्रकाशित होने के बाद कांग्रेस ने अमित शाह को भाजपा अध्यक्ष के पद से हटाने और उनके बेटे के कारोबारी लेन-देन की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों के एक दो सदस्यीय न्यायिक आयोग के गठन की मांग की.
जय शाह की याचिका पर गत सोमवार को अहमदाबाद (ग्रामीण) की दीवानी अदालत के अतिरिक्त वरिष्ठ न्यायाधीश ने प्रतिवादियों (द वायर) को निर्देश दिया कि वे खबर के आधार पर आगे और कुछ किसी भी रूप में (प्रिंट, डिज़िटल, इलेक्ट्रॉनिक, ब्रॉडकास्ट, टेलिकास्ट या किसी अन्य मीडिया में खबर, साक्षात्कार, बहस, टीवी परिचर्चा की शक्ल में, किसी भी भाषा में, न प्रत्यक्ष न अप्रत्यक्ष) मुक़दमे के अंतिम निपटारे तक कुछ भी नहीं लिखेंगे-बताएंगे.
वैसे जादा, जादे या जादी फारसी के शब्द हैं जिनका इस्तेमाल किसी राजा के बेटे या बेटी के लिए किया जाता है.
(इनपुट: भाषा से भी)