डॉ. सुभाष चंद्रा की अपील पर मिला लोगों का भरपूर साथ, #DeshKaZee को दिया जबर्दस्त समर्थन
ज़ी एंटरटेनमेंट (ZEEL) के फाउंडर डॉ. सुभाष चंद्रा (Dr. Subhash Chandra) ने साजिश रचने वालों को खुला चैलेंज दिया तो लोग ZEEL के समर्थन में उतर आए और ट्विटर यूजर्स लगातार #DeshKaZee के साथ ट्वीट कर रहे हैं.
नई दिल्ली: ज़ी एंटरटेनमेंट (ZEEL) के साथ सोनी पिक्चर्स (SPNI) के मर्जर के ऐलान का इंडस्ट्री ने स्वागत किया और शेयर बाजार भी खुश हुआ. इसके अलावा शेयरहोल्डर में भी भरोसा है, लेकिन इनवेस्को अब भी ज़ी एंटरटेनमेंट के बोर्ड को बदलने की जिद पर अड़ा है. इसके बाद ज़ी न्यूज के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी के साथ इंटरव्यू में ZEEL के फाउंडर डॉ. सुभाष चंद्रा ने उन तमाम बड़े सवालों के जवाब दिए, जिन्हें देश की जनता और कंपनी के शेयरहोल्डर भी जानना चाहते हैं.
ZEEL के समर्थन में उतरे लोग
ज़ी एंटरटेनमेंट के फाउंडर डॉ. सुभाष चंद्रा ने साजिश रचने वालों को खुला चैलेंज दिया तो इन्वेस्को की चाल उसी पर उल्टी पड़ती दिखने लगी है और लोग ZEEL के समर्थन में उतर आए हैं. ट्विटर यूजर्स लगातार #DeshKaZee के साथ ट्वीट कर रहे हैं और Zee के साथ अपने जुड़ाव के अनुभवों को साझा कर रहे हैं.
'देश के हर नागरिक का चैनल Zee'
गौरव गोयल नाम के एक यूजर ने लिखा, 'मुझे यह जानकर आश्चर्य होता है कि कैसे विदेशी ताकतें Zee कंपनी का नियंत्रण लेने के लिए बेताब हैं. लेकिन मैं उन्हें याद दिला दूं कि ज़ी इस देश के हर नागरिक का है. ये सोचने की भी हिम्मत ना करें!!'
'देश हित की बात करता है Zee News'
अनिल सिंह नाम के एक यूजर ने लिखा, 'इसमें कोई शक नहीं कि Zee News हमेशा देश हित की बात करता है, हमेशा सही और सटीक खबरें देता है इसलिए Zee News को लोग खूब पसंद करते हैं. आशा है, यह यात्रा जारी रहेगी.'
प्रिंस राज नाम के एक यूजर ने लिखा, 'सभी देशभक्त ज़ी न्यूज़ के साथ मजबूती से खड़े हैं और रहेंगे.'
हिमांशु मोदी नाम के एक यूजर ने राष्ट्रपति भवन, पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को टैग करते हुए लिखा, 'हमें #invesco को अपनी संस्कृति को कमजोर करने की अनुमति क्यों देनी चाहिए? क्या यह आपकी लड़ाई नहीं है?'
मुरारी लाल लिखमनिया ने ट्वीट कर कहा, 'कुछ ऐसा किया जाना चाहिए कि ज़ी किसी निहित स्वार्थ वाले समूह के हाथ में न जाए, जो इसके राष्ट्रवादी दृष्टिकोण और मिशन को तोड़फोड़ करने के लिए बहुत उत्सुक हो सकता है.'
परमेश्वर तंवर नाम के यूजर ने लिखा, 'ज़ी कोई चैनल नहीं एक इमोशन है.'
पूनम सिंह नाम के यूजर ने लिखा, 'हम सभी आपके साथ हैं #DeshKaZee'
अंशु सेठ नाम के एक यूजर ने लिखा, 'टॉम मैं ज़ील के शेयर खरीदने जा रहा हूं ताकि मैं ज़ी न्यूज़ और ज़ी बिजनेस के ईजीएम में भाग ले सकूं.'
राम बाबू सोनी ने ट्वीट कर कहा, 'श्री सुभाष चंद्र जी. Zee News देश का चैनल है, इसे विदेशियों के हाथ में ना जाने दें. मैं ज़ी चैनल के अलावा किसी अन्य न्यूज़ चैनल में विश्वास नहीं करता.'
नरेन्द्र वसिष्ठ नाम के यूजर ने लिखा, 'नमस्ते सुभाष चंद्र जी और सुधीर चौधरी भाई. मैं शिकागो से हूं. अभी #DNA देखा और इस समस्या से बहुत परेशान महसूस कर रहा हूं. मेरा एक पुराना एनआरआई दोस्त है, जिससे मैंने इनवेस्को के बारे बात की. वह इस ग्रीक कंपनी के साथ काम कर रहा था और मुझे इनवेस्को के बारे में बहुत बुरे शब्द बता रहा था.'
'ZEE को देखने वाले मालिक'
बता दें, ज़ी न्यूज के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी के साथ ZEEL फाउंडर डॉ. सुभाष चंद्रा ने सबसे बड़े इंटरव्यू में कहा कि ZEEL का मालिक कोई एक व्यक्ति नहीं है, बल्कि वे खुद को भी मालिक नहीं मानते. उन्होंने 2.5 लाख शेयरहोल्डर, इस देश के 90 करोड़ और विदेश के 60 करोड़ दर्शकों को Zee TV को मालिक बताया.
डॉ सुभाष चंद्रा के साथ आया देश
डॉ. सुभाष चंद्रा ने इन्वेस्को की साजिश के सवाल पर जवाब देते हुए कहा, अगर वो इस कंपनी (ZEEL) को टेकओवर करना चाहते हैं तो गैरकानूनी तरीके से ये संभव नहीं है. विदेशी निवेशकों को भी देश के कानून का पालन करना होगा. इस मामले में डॉ. सुभाष चंद्रा ने इन विदेशी निवेशकों को कहा- आप शेयरहोल्डर हैं मालिक बनने की कोशिश न करें. डॉ. चंद्रा ने देश से अपील की भी कि देश के अपने चैनल, इकलौते राष्ट्रवादी चैनल को विदेशी कंपनियों के हाथ में न जाने दें. इस दौरान वे देश के चैनल ZEE की यात्रा पर बात करते हुए भावुक भी हुए.
लाइव टीवी