सोहराबुद्दीन मुठभेड़ केस: सीबीआई कोर्ट में अमित शाह की अर्जी पर फैसला आज
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सोहराबुद्दीन मुठभेड़ केस: सीबीआई कोर्ट में अमित शाह की अर्जी पर फैसला आज

सीबीआई की विशेष अदालत सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ मामला और तुलसीराम प्रजापति मामले में आरोपी बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की अर्जी पर मंगलवार को फैसला सुना सकती है। गौर हो कि इस मामले में अमित शाह ने खुद को आरोप से मुक्त करने की अर्जी दे रखी है, जिस पर पिछली तारीख को सुनवाई पूरी हो चुकी है। मंगलवार को दिन इस मामले में फैसले के लिए तय किया गया है।

सोहराबुद्दीन मुठभेड़ केस: सीबीआई कोर्ट में अमित शाह की अर्जी पर फैसला आज

मुंबई : सीबीआई की विशेष अदालत सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ मामला और तुलसीराम प्रजापति मामले में आरोपी बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की अर्जी पर मंगलवार को फैसला सुना सकती है। गौर हो कि इस मामले में अमित शाह ने खुद को आरोप से मुक्त करने की अर्जी दे रखी है, जिस पर पिछली तारीख को सुनवाई पूरी हो चुकी है। मंगलवार को दिन इस मामले में फैसले के लिए तय किया गया है।

अदालत इस मामले में अमित शाह की याचिका पर सुनवाई कर रही है। उन्‍हें इस मामले में आरोपी बनाया गया था। मामले से बरी किए जाने की याचिका अमित शाह ने इस वर्ष की शुरुआत में यह कहते हुए लगाई थी कि उनके खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र रचा गया है। सुनवाई के लिए यह याचिका इस महीने के बीच में आई थी। सीबीआई ने आवेदन का यह कहते हुए विरोध किया था कि सोहराबुद्दीन और तुलसी प्रजापति की मुठभेड़ के मामले में शामिल षड्यंत्रकारियों में शाह भी हैं, इसलिए उन्‍हें बरी नहीं करना चाहिए।

मामला मुंबई में स्‍थानांतरित होने के एक साल बाद भी अभी तक स्‍पेशल सीबीआई कोर्ट विभिन्‍न आवेदनों की सुनवाई कर रही है और इस मामले में ट्रायल अभी तक शुरू नहीं हुआ है। सीबीआई ने फर्जी मुठभेड़ के दो मामलों में 37 अन्‍य लोगों के साथ ही कई पुलिस अधिकारियों और शाह के खिलाफ भी चार्जशीट दायर की है, जो मुठभेड़ के वक्‍त गुजरात के गृहमंत्री थे। इस मामले में करीब-करीब सभी आरोपियों को बॉम्‍बे हाईकोर्ट से जमानत मिल चुकी है। सीबीआई के मुताबिक, सोहराबुद्दीन शेख नवंबर 2005 में अपनी पत्नी के साथ बस में हैदराबाद से सांगली जा रहा था, तब गुजरात की एंटी टेररिज्म स्क्वॉड ने दोनों का पहले अपहरण किया और फिर फर्जी मुठभेड़ में उनकी हत्या कर दी। तकरीबन सालभर बाद दिसंबर में मामले के गवाह तुलसीराम प्रजापति की भी फर्जी मुठभेड़ में हत्या कर दी गई थी। सोहराबुद्दीन पर आतंकी संगठन लश्कर-ए-तोएबा से संबंध होने का आरोप था। सीबीआई ने अमित शाह पर हत्या की साजिश रचने और सबूत मिटाने का मामला दर्ज किया। मामले में अमित शाह के साथ राजस्थान के मंत्री गुलाबचंद कटारिया और गुजरात पुलिस के कई बड़े अफसरों समेत 38 लोग आरोपी हैं।

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