Science News in Hindi: किलर व्हेल्स को समुद्र का सबसे खतरनाक शिकारी माना जाता है. वे एकजुट रहकर दूसरी मछलियों और बड़े जीवों का शिकार करती हैं. लेकिन अब वे बड़ी संख्या में एक साथ मृत पाई गई हैं. आखिर उन्हें किसने मारा होगा.
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26 Killer Whales Found Dead in Argentina: अर्जेंटीना के सान सेबेस्टियन बे के सुनसान तट पर लहरें धीरे-धीरे आगे बढ़ रही थीं, लेकिन इस बार पानी की आवाज़ें जीवन का संकेत नहीं दे रही थीं. वहां पर समुद्र की सबसे भयंकर शिकारी प्रजाति, किलर व्हेल्स, रहस्यमय रूप से तट पर मृत पाई गईं. कुल 26 ऑर्कास—जिन्हें समुद्र का डरावना राजा माना जाता है, एक साथ मृत पड़ी थी. ऐसा लग रहा था, जैसे किसी अदृश्य शक्ति ने उन्हें मौत के करीब खींच लिया हो. यह दृश्य न केवल भयावह था, बल्कि वैज्ञानिकों के लिए भी एक बड़े रहस्य की तरह सामने आया.
वैज्ञानिकों का भयानक हैरान होना
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना केवल एक समुद्री हादसा नहीं है बल्कि इसके पीछे और भी कई कारण हो सकते हैं. घटना की सूचना मिलने के बाद अर्जेंटीना के नेशनल साइंटिफिक एंड टेक्निकल रिसर्च काउंसिल (CONICET) और सदर्न सेंटर फॉर साइंटिफिक इन्वेस्टिगेशन (CADIC) के वैज्ञानिक साइट पर पहुंचे. उन्होंने पाया कि यह 26 ऑर्कास सभी टाइप D प्रजाति के थे. टाइप D ऑर्कास का तट पर नजर आना बेहद दुर्लभ है. इसका मतलब है कि समुद्र में कुछ असामान्य और खतरनाक घट रहा है. वैज्ञानिक जैविक नमूने लेने, संभावित चोटों का विश्लेषण करने और पर्यावरणीय माप करने में जुट गए हैं लेकिन अभी तक कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया.
आखिर कैसे हुई मछलियों की रहस्यमय मौत?
किलर व्हेल्स की मौत किसी प्राकृतिक आपदा या सामान्य दुर्घटना की तरह नहीं दिखती. ऑर्कास का शरीर सामान्य था और उस पर कोई चोट या बाहरी घाव के निशान नहीं दिख रहे थे. ऐसे में यह सवाल सभी के दिमाग में घूम रहा है कि इतनी शार्क की मौत अचानक कैसे हो गई? क्या समुद्र खुद चेतावनी दे रहा है? क्या यह किसी बड़े पारिस्थितिक संकट का संकेत है?
वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस तरह की सामूहिक मौत का रिकॉर्ड बहुत ही कम है. 1955 में न्यूज़ीलैंड में 17 ऑर्कास मरी थीं और 2022 में स्ट्रेट ऑफ मैगेलन में 9 ऑर्कास. लेकिन 26 की संख्या और वह भी टाइप D ऑर्कास, ऐसे में यह पूरी दुनिया के वैज्ञानिकों के लिए पहेली है.
समुद्र का सबसे खतरनाक शिकारी हैं किलर व्हेल्स
किलर व्हेल्स समुद्र की सबसे ताकतवर शिकारी हैं. उनके काले और सफेद रंग और पैक में शिकार करने की रणनीति उन्हें पानी के जंगल का राजा बनाती है. ये व्हेल्स अक्सर 40 सदस्यीय समूह में रहती हैं और अपने शिकार पर सामूहिक हमला करती हैं. मछलियों, पेंगुइन और सी-लायन को अपनी ताकत और सामूहिक रणनीति से मारना इनके लिए आसान होता है. इसलिए यह सोचना भी डरावना है कि इतना शक्तिशाली प्राणी अचानक से, बिना किसी चोट या शिकार संघर्ष के, तट पर मृत पाया गया.
समुद्र की चेतावनी तो नहीं?
वैज्ञानिक इस घटना को सिर्फ एक दुर्लभ घटना के रूप में नहीं देख रहे. यह समुद्र और उसकी पारिस्थितिकी प्रणाली की चेतावनी भी हो सकती है. ऑर्कास समुद्री जीवन का सबसे महत्वपूर्ण संकेतक होते हैं. ऐसे में उनकी मौत समुद्र के स्वास्थ्य और जैविक संतुलन के लिए खतरे की घंटी मानी जा रही है. यदि इतने शक्तिशाली शिकारी असामान्य परिस्थितियों में मर सकते हैं, तो यह इंसानों और समुद्री जीवन के लिए बड़े खतरे का संकेत भी हो सकता है.
भय और अनसुलझा रहस्य
26 किलर व्हेल्स का यह रहस्यमय मंजर सिर्फ वैज्ञानिकों के लिए नहीं, बल्कि हर समुद्री जीवन के प्रेमी और आम लोगों के लिए भी डरावना है. यह घटना यह याद दिलाती है कि समुद्र में कई रहस्य ऐसे हैं जिन्हें हम अभी समझ भी नहीं पाए हैं. यह चेतावनी है कि प्राकृतिक संतुलन खतरे में है और सबसे भयंकर शिकारी भी उसके सामने नतमस्तक हो रहे हैं.