मां की मौत के बाद Ambulance का इंतजार करता रहा बेटा, जब नहीं मिली मदद तो Bike पर शव लेकर पहुंचा श्मशान घाट
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मां की मौत के बाद Ambulance का इंतजार करता रहा बेटा, जब नहीं मिली मदद तो Bike पर शव लेकर पहुंचा श्मशान घाट

अस्पताल में सीटी स्कैन कराने के बाद ही महिला की मौत हो गई. परिवार वालों को यह भी नहीं पता था कि मृतका कोरोना पॉजिटिव थी या नहीं. वह काफी देर तक एंबुलेंस का इंतजार करते रहे, मगर जब कहीं से कोई मदद नही मिली, तो महिला के बेट और दामाद को शव को बाइक पर ही ले जाना पड़ा. 

 

फोटो: ट्विटर

हैदराबाद: कोरोना (Corona) महामारी के चलते हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. मरीजों को न अस्पताल में जगह मिल रही है और न ऑक्सीजन. इतना ही नहीं एंबुलेंस (Ambulance) के लिए भी उन्हें दर-दर भटकना पड़ रहा है. आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के श्रीकाकुलम से आए ऐसे ही एक मामले ने देश को हिलाकर रख दिया है. यहां एंबुलेंस न मिलने पर एक महिला के शव को परिवार वालों को बाइक पर श्मशान घाट ले जाना पड़ा. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है   

  1. कोरोना के लक्षण के बाद कराया था टेस्ट
  2. रिपोर्ट आने से पहले ही हो गई मौत
  3. अस्पताल से नहीं मिली कोई एंबुलेंस

Test Report का था इंतजार

50 वर्षीय मृतक महिला में कोरोना के लक्षण (Corona Symptoms) थे और वह अपनी जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रही थीं. लेकिन इससे पहले कि रिपोर्ट आती उनकी मौत हो गई. मृतका का नाम जी चेन्चुला (G Chenchula), वह आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के मंडासा मंडल गांव की रहने वाली थीं. उन्हें सोमवार अस्पताल ले जाया गया था पर तबीयत बिगड़ने के चलते उनका निधन हो गया. 

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CT Scan के बाद हुई मौत 

जानकारी के मुताबिक, अस्पताल में सीटी स्कैन कराने के बाद ही महिला की मौत हो गई. परिवार वालों को यह भी नहीं पता था कि मृतका कोरोना पॉजिटिव थी या नहीं. वह काफी देर तक एंबुलेंस का इंतजार करते रहे, ताकि शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा सके. मगर जब कहीं से कोई मदद नही मिली, तो महिला के बेट और दामाद को शव को बाइक पर ही ले जाना पड़ा. 

घटना ने खड़े किए कई सवाल

महिला की मौत के बाद आई रिपोर्ट में उन्हें कोरोना पॉजिटिव बताया गया है. इस घटना ने जहां अस्पतालों की व्यवस्था को उजागर किया है, वहीं कोरोना की देरी से आने वाली रिपोर्ट पर भी सवाल खड़े किए हैं. यदि महिला को रिपोर्ट जल्द मिल जाती, तो उनका कोरोना का इलाज समय पर शुरू हो सकता था. आमतौर पर RT-PCR की रिपोर्ट आने में 2 से 3 दिन का समय लग रहा है.  

 

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