पहलगाम आतंकी हमले का 'ज्योति कनेक्शन'!, जासूसी के 'वर्ल्ड वॉर' का DNA टेस्ट
Advertisement
trendingNow12765131

पहलगाम आतंकी हमले का 'ज्योति कनेक्शन'!, जासूसी के 'वर्ल्ड वॉर' का DNA टेस्ट

Pakistan News: जिस वक्त भारत ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बना रहा था. पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को टारगेट कर रहा था. ठीक उसी वक्त पाकिस्तान, भारत के खिलाफ एक सीक्रेट ऑपरेशन चला रहा था. ऑपरेशन अय्यार. ये ऑपरेशन क्या था और इसे कैसे फेल किया गया. आपको हम विस्तार से बताते हैं.

पहलगाम आतंकी हमले का 'ज्योति कनेक्शन'!, जासूसी के 'वर्ल्ड वॉर' का DNA टेस्ट

भारत में छिपे पाकिस्तानी जासूसों (SPY) यानी देश के गद्दारों पर भारतीय एजेंसियों की स्ट्राइक जारी है. स्पाई को अय्यार भी कहा जाता है. बीते 5 दिनों में देश के कई राज्यों जैसे यूपी, पंजाब और हरियाणा से जासूसी के आरोप में 11 अय्यार गिरफ्तार हो चुके हैं. इनमें 9 पुरुष और 2 महिलाएं हैं. अय्यार का मतलब- वो शख्स जो पल भर में अपना रूप बदलने मे माहिर हो. वो शख्स जो लोगों को धोखा देने में माहिर हो. खासकर 9वीं से 12वीं शताब्दी तक ईरान से लेकर इराक में गुप्तचर की तरह काम करने वाले योद्धाओं को अय्यार कहा जाता था. पंडित देवकी नंदन खत्री के उपन्यास 'चंंद्रकांता' में 'अय्यार' शब्द का प्रयोग किया गया है.

पाकिस्तान की 'अय्यार'स्ट्राइक

अय्यार या यूं कहें जासूसों मुख्य रूप से दो तरह के होते हैं. एक देशभक्त. जो दूसरे देशों में रहकर अपने देश के लिए जासूसी करते हैं. ये जासूस देशभक्त की कैटेगरी में आते हैं. और दूसरे तरह के जासूस वो होते हैं जो अपने ही देश में रहकर दुश्मन की जासूसी करते हैं.

दानिश की​ दो लेडी अय्यार

यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा और उर्दू की टीचर गजाला. लेकिन इन दोनों महिला जासूसों में एक समानता है, दानिश. वही दानिश जो पाकिस्तान उच्चायोग से भारत के खिलाफ जासूसी का नेक्सस ऑपरेट करता था.

दानिश की ये दो लेडी अय्यार क्या करती थीं. सबसे पहले आपको ये बता दें. आरोप है कि ज्योति मल्होत्रा हिंदुस्तान में रहकर पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी के अधिकारियों से संपर्क में थी. वो भारत से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी को मुहैया करवाती थी. वहीं गजाला का मेन रोल था-पैसों की लेनदेन. गजाला भारत में पाकिस्तान के अय्यारों तक पैसे पहुंचाने का काम करती थी.

चौंकाने वाले खुलासे

पाकिस्तान के जिस अय्यार मॉड्यूल का पर्दाफाश हो रहा है. उसमें कई खुलासे हो रहे हैं. लेकिन सबसे चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. पाकिस्तान के हाईब्रिड जासूसी नेक्सस का. क्योंकि ये पहली बार है जब किसी इनफ्लूएंसर पर जासूसी के आरोप लगे हैं. ज्योति मलहोत्रा ट्रैविल विद जो के नाम से अपना यूट्यूब चैनल चलाती हैं.सोशल मीडिया पर ये किसी शांतिदूत की तरह खुद को दिखाती हैं. हिंदुस्तान और पाकिस्तान में अमन की आशा वाला मैसेज फैलाने का ढोंग करती हैं. लेकिन किसी को अंदाजा तक नहीं था की इनके ये ट्रैवल व्लॉग्स और रंगीन दुनिया और कुछ नहीं बल्कि एक अय्यारी थी. कैसे अब वो डीकोड करते हैं.

3 बार पाकिस्तान और 1 बार चीन का दौरा करने के बाद इसी साल जनवरी के महीने में ज्योति ट्रैवल व्लॉग बनाने के लिए जम्मू कश्मीर गई थीं. इसी ट्रिप में वो पहलगाम भी गई थी.

सबसे बड़ा सवाल

क्या ज्योति ट्रैवल व्लॉग बना रही थी या फिर उनके व्लॉग्स में पाकिस्तानी खूफिया एजेंसियों के लिए कोई मैसेज था. इन सवालों के जवाब तो ज्योति ही दे सकती हैं. 15 तारीख को गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा से जांच एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं. लेकिन हमारी टीम उन जगहों पर पहुंची जहां जहां ज्योति गई थीं. कुछ लोगों को ये लग सकता है कि ज्योति सिर्फ और सिर्फ घूमने गईं थीं. लेकिन आपको ये समझने की जरूरत है कि अय्यारी होती ही ऐसे है. ज्योति एक देशद्रोही अय्यार की श्रेणी में आती हैं. लेकिन असली अय्यारी होती कैसे है इसका उदाहरण आपको एक देशभक्त अय्यार की कहानी के जरिए बताते हैं.

इजरायल की खूफिया एजेंसी मोसाद के बारे में तो आपने सुना ही होगा आज आपको मोसाद के सबसे बेहतरीन एजेंट की एक कहानी बताते हैं जिनका नाम था एली कोहेन.

जासूस ने जिताई जंग

60 के दशक में सीरिया और इजरायल एक दूसरे के कट्टर दुश्मन थे.
सीरिया इजरायल पर हमले की तैयारी कर रहा थी.
इस बीच फरवरी 1962 में इजरायल ने सीरिया में एली कोहने को जासूसी के लिए भेजा
एक बिजनेसमैन बनकर सीरिया गए एली कोहेन ने वहां ऐसी पैठ बनाई की वो राष्ट्रपति के खास बन गए
एली कोहेन को लोग डिप्टी डिफेंस मिनिस्टर तक का दावेदार मानने लगे थे.
एली ने इसी दौरान इजरायली सीमा से लगे गोलान हाइट्स का दौरा किया था.
तब उन्होंने यहां सैन्य अधिकारियों को ये कहा था की यहां सैनिकों को काफी गर्मी लगती होगी. इसीलिए यहां बड़े बड़े पेड़ लगाने चाहिए.
गोलान हाइट्स में हर चौकी के पास पेड़ लगा दिए गए.

1967 में सीरिया और इजरायल के बीच SIX DAY WAR हुआ था. जैसा की नाम से पता चलता है ये युद्ध 6 दिन में इजरायल ने जीत लिया था. गोलान हाइट्स पर इजरायल ने वहीं वहीं हमला किया. जहां जहां घने पेड़ थे. ये सभी सीरियाई मिलिट्री पोस्ट की निशानदेही थे.
एक अकेले जासूस ने अपने मुल्क को जितवा दिया था.

लेकिन अफसोस की बात रही की कोहेन खुद ये युद्ध नहीं देख पाए थे. 24 जनवरी 1965 को उन्हें उस वक्त पकड़ लिया था जब वो रेडियो ट्रांस्मिशन के जरिए इजरायल में खूफिया जानकारी भेज रहे थे. इसके बाद उन्हें दमिश्क के मुख्य चौराहे पर फांसी दे दी गई थी.

भारत में मौजूद ये अय्यार भी खुद को देशभक्त एली कोहेन समझ रहे थे. हो सकता है ये देशद्रोह अय्यार अपने वीडियोज के जरिये पाकिस्तान को सीक्रेट मैसेज पास कर रहे हों. लेकिन पाकिस्तान का ऑपरेशन अय्यारी फेल हो गया.

ज्योति के पकड़े जाने की तीसरी वजह का भी विश्लेषण

इस सिलसिले में सबसे बड़ी गिरफ्तार ज्योति की मानी जा रही है. अब आपको बताते हैं कि ज्योति पकड़ी कैसे गई. इसके पीछे 3 बड़ी वजह है.

पहली वजह. उसकी पाकिस्तान और चीन की यात्राएं
दूसरी वजह. उसके खुद के यू ट्यूब वीडियो
और तीसरी वजह. उसका आलीशान लाइफस्टाइल

- ज्योति मल्होत्रा 17 अप्रैल 2024 को एक महीने के टूर पर पाकिस्तान गई थी. 15 मई तक वह पाकिस्तान में ही रही. इसके बाद भारत लौटी.
- पाकिस्तान से लौटने के 25 दिन बाद ही 10 जून को वह चीन चली गई. 9 जुलाई तक चीन में रही और फिर वहीं से 10 जुलाई को नेपाल में काठमांडू पहुंच गई. इस ट्रैवल हिस्ट्री ने उन्हें सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर ला दिया.

ज्योति को लगता था की यूट्यूब की आड़ में उसकी अय्यारी कभी नहीं पकड़ी जाएगी. लेकिन इन्हीं वीडियोज ने उसका कवर एक्सपोज कर दिया. बताया जा रहा है कि सुरक्षा एजेंसियों ने जब उसके यूट्यूब वीडियोज को खंगालना शुरू किया तो दानिश के साथ उनके करीबी रिश्ते सामने आए.

आपको याद होगा पहलगाम हमले के अगले दिन पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर एक शख्स केक लेकर जाता हुआ दिखाई दे रहा था. इस वीडियो में जो शख्स दिख रहा था. वो भी ज्योति मल्होत्रा के वीडियोज में देखा गया..

अब ज्योति के पकड़े जाने की तीसरी वजह का भी विश्लेषण करते हैं. ज्योति हिसार के एक मिडिल क्लास परिवार से आती हैं. ज्योति फुल टाइम यूट्यूबर हैं. पिताजी फर्निचर की रंगाई पुताई का काम करते थे. ऐसे में सवाल उठता है कि ज्योति के पास इंटरनेशनल ट्रिप्स के पैसे कहां से आए. फाइव स्टार होटल्स में रहने खाने के पैसे कहां से आते थे. फ्लाइट में बिजनेस क्लास से चीन जाने के पैसे कहां से आते थे. महंगी महंगी ज्वेलरी खरीदने के पैसे कहां से आते थे. ज्वेलरी के बिल्स तो अभी भी हिसार के उनके घर पर पड़े हैं.

ज्योति मलहोत्रा को लगता था की वो एक शातिर अय्यार है. जिसकी अय्यारी कभी नहीं पकड़ी जाएगी. लेकिन देश के खिलाफ साजिश रचने वाली ज्योति ने हर कदम पर सुराग छोड़े. जो उसकी गिरफ्तारी की वजह बने.

ज्योति मल्होत्रा. पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी दानिश के जाल में फंसी. देश से गद्दारी कर बैठी. लेकिन सवाल उठता है कि देश में ऐसे और कितने गद्दार अय्यार घूम रहे हैं. एक एक कर के सब को सलाखों के पीछे पहुंचाने की जरूरत है. जरूरत अय्यारों का रिक्रूटमेंट सेंटर यानी पाकिस्तानी हाई कमिशन पर भी लगाम लगाने की है.क्योंकि ये हाई कमिशन नहीं स्पाई कमिशन है. पाकिस्तान के इस स्पाई कमिशन का इतिहास आप देखेंगे तो आपको भी यही लगेगा कि पाकिस्तान हाई कमिशन का नाम बदलकर पाकिस्तान स्पाई कमिशन कर देना चाहिए. अब देखिए

नवंबर 2015 की बात है. भारत में पांच ISI एजेंट्स पकड़े गए थे. जिनका लिंक पाकिस्तानी हाईकमिशन से था. अक्टूबर 2016 में पाकिसतान हाईकमिशन के अधिकारी महमूद अख्तर पर भी जासूसी के आरोप लगे थे. इस पाकिस्तानी अधिकारीन ने भारत का आधार कार्ड तक बनवा रखा था.जून 2020 में पाकिस्तान हाईकमिशन के दो वीजा असिस्टेंट पर जासूसी के आरोप लगे थे. दिसंबर 2010 में पाकिस्तान का वीजा मांगने आए लोगों को जासूसी करने के लिए दबाव डालने का आरोप लगा.

इस बार भी दानिश समेत पाकिस्तानी हाईकमिशन के अधिकारियों ने भी वहीं पुराना मोडस ऑपरेंडी अपनाया. जो नूंह से जासूसे के आरोप में गिरफ्तार तारीफ खुद बता रहा है.

यानी दिल्ली का पाकिस्तानी दूतावास असल में देशद्रोही अय्यार तैयार करने का सेंटर है. दानिश कैसे ऑपरेशन अय्यार चलाता था उसकी पूरी डीटेल अब हम आपको बताते हैं.

* दानिश को जानबूझकर वीज़ा सेक्शन में तैनात किया गया.
* वीज़ा अप्लाई करने आए लोगों से सबसे पहले दानिश ही मिलता था.
* अकेले पाकिस्तान जाने वाले और ज़रूरतमंद लोगों को चिन्हित करता था.
* दानिश के निशाने पर ख़ास तौर पर विधवा महिला, अकेली ज़रूरतमंद लड़कियां होती थीं.
* दानिश ऐसे लड़के की पहचान भी करता था जिनकी माली हालत खराब थी.
* कट्टर विचारधारा और सोशल मीडिया इन्फूलेंसर भी दानिश के निशाने पर होते थे.

दानिश ऐसे सभी लोगों को पाकिस्तानी हाईकमिशन की हाईप्रोफाइल पार्टियों में इनवाइट करता था. दानिश के साथ ज्योति का ये वीडियो भी एक इफ्तार पार्टी का है. दानिश को 13 मई 2025 को भारत सरकार ने जासूसी नेटवर्क से जुड़े होने के आरोप में परसोना नॉन ग्राटा के तहत 24 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश दे दिया था.

लेकिन आरोप है कि पाकिस्तान वापस जाने के बाद भी दानिश लगातार ज्योति के संपर्क में था. उसने युद्ध के दौरान भारत मे ब्लैकआउट होने की जानकारी मांगी थी.

पाकिस्तान हथियारों के दम पर भारत से लोहा लेने के लायक नहीं है. या बात पाकिस्तान खुद जानता है. यही वजह है कि ऑपरेशन अय्यार के जरिए जासूसों की फौज तैयार की. लेकिन पाकिस्तान की ये अय्यार आर्मी भी फेल हो गई.

ये तो थे देशद्रोह अय्यार. लेकिन दुनिया में कई ऐसी जंग लड़ी गई जो देशभक्त जासूसों के दम पर जीती गई हैं.आज हम आपको ऐसे ही 3 जंग के बारे में बताते हैं जिसमें फौज और जासूस साथ साथ दो फ्रंट पर लड़े.

पहला-  पोर्ट आर्थर की जंग, 1904
रूस और जापान पोर्ट आर्थर पर कब्जे के लिए लड़ रहे थे. रूस ने यहां अनगिनत लैंडमाइंस लगाई थीं. जिससे जापान की फौज को आगे बढ़ने में दिक्कत हो रही थी. लेकिन रूस की फौज के बीच जापानी एजेंट सिडनी राइले ने उनकी मदद की. और लैंडमाइंस की लोकेशन का पता लगाया. जापान ने जंग जीती और सिडनी राइले को 'जासूसों का इक्का' की उपाधी मिल गई.

दूसरा- बैटल ऑफ कुर्स्क (KURSK).
स्टालिन और हिटलर के बीच में जंग थी. सोवियत यूनियन को इस जंग में ऐसी बढ़त थी की जर्मनी के हमले का पता चार महीने पहले से था. एक महीने तक चली इस जंग में हिटलर की हार हुई थी. इस जंग में सोवियत की एक स्पाई आर्मी ने काम किया था जिसका नाम था. लूसी स्पाई रिंग

तीसरा- 1971  की जंग में भी पाकिस्तान को मात देने में देशभक्त अय्यारों का बड़ा हाथ था. भारतीय एजेंट्स ने पहले ही जानकारी दे दी ती की हमला 2 दिसंबर को होगा. हालाकि हमला एक दिन बाद 3 दिसंबर को हुआ. लेकिन भारत इसके लिए पहले से ही तैयार बैठा था.

1971 में भी पाकिस्तान के अय्यारों से ज्यादा सटीक और धारदार भारत के देशभक्त अय्यार थे. आज भी भारत की इंटेलिजेंस एजेंसीज यानी देशभक्त अय्यारों ने पाकिस्तान परस्त यानी भारत के देशद्रोही अय्यारों की पहचान सुनिश्चित करके उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है.

Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Zee News Hindi पर. Hindi News और India News in Hindi के लिए जुड़े रहें हमारे साथ.

TAGS

Trending news

;